भीलवाड़ा में एक डॉक्टर ने जांच के बहाने अस्पताल में एक महिला के साथ किया रेप
भीलवाड़ा। राजस्थान में एक बार फिर से इन्सानियत को शर्मसार करने वाला मुद्दा सामने आया है। प्रदेश के चूरू में एक सरकारी विद्यालय में हाल ही में मासूम छात्रा के साथ टीचर द्वारा बलात्कार की घटना किए जाने बाद अब भीलवाड़ा में एक प्राइवेट चिकित्सक पर बलात्कार का इल्जाम लगा है। पीड़िता का बोलना है कि चिकित्सक ने जांच के बहाने हॉस्पिटल में ही उससे बलात्कार किया। उसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी की। उसे चार-पांच घंटे चक्कर लगवाए। बाद में हंगामा बढ़ा तो पीड़िता की रिपोर्ट पर आरोपी चिकित्सक के विरुद्ध बलात्कार का नामजद मुद्दा दर्ज किया गया है।
पुलिस के मुताबिक मुद्दा भीलवाड़ा शहर के सुभाष नगर थाना क्षेत्र से जुड़ा है। पीड़िता ने कहा कि उसे सांस और हार्ट की प्रॉब्लम थी। इसके लिए वह शनिवार को भीलवाड़ा शहर के निजी अस्पताल में डाक्टर पवन ओला को दिखाने के लिए गई। वहां उसे दोपहर 1 बजे से शाम को पांच बजे तक प्रतीक्षा करवाया गया। उसके बाद शाम को चेकअप किया। चेकअप के बाद उसे दूसरी जांच के लिए कुछ देर और वहीं रुकने के लिए बोला गया।
डॉक्टर जांच के बहाने एक कमरे में ले गया
बकौल पीड़िता चिकित्सक ओला उसे अपने चैम्बर में बने एक रूम में लेकर गया। वह चिकित्सक को ईश्वर समझकर कर उसके साथ रूम में चली गई। पीड़िता का इल्जाम है कि वहां चिकित्सक ने जांच के बहाने बाद में अश्लील हरकतें प्रारम्भ कर दी। उसने जब इसका विरोध किया तो चिकित्सक ने बोला कि यह कोई गलत काम नहीं है। बाद में चिकित्सक ने उसके साथ बलात्कार किया। पीड़िता कम्पलेन लेकर बाद में पुलिस स्टेशन पहुंची तो पुलिस ने भी इसको लेकर कोई कार्रवाई नहीं और मुद्दा दर्ज करने में टालमटोल की। यहां तक उसकी लिखी हुई रिपोर्ट को भी गायब कर दिया।
बीजेपी पदाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद दर्ज हुई प्राथमिकी
बाद में बीजेपी युवा मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ताओं के हस्तक्षेप पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की। बीजेपी युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवांगी कानावत ने बोला कि उसे पीड़िता ने इस बारे में कहा तो वह सुभाष नगर पुलिस स्टेशन पहुंची। कानावत ने घटना की आलोचना करते हुए मुद्दे में मुनासिब कार्रवाई की मांग की है। बहरहाल पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध मुद्दा दर्ज कर लिया है। अब वह पूरे मुद्दे की जांच में जुटी है।