सोशल मीडिया पर एक दारूबाज बंदर का वीडियो हो रहा तेजी से वायरल

सोशल मीडिया पर एक दारूबाज बंदर का वीडियो हो रहा तेजी से वायरल

बंदरों की धमाचौकड़ी और उनके उत्पात से अक्सर लोग परेशान ही रहते हैं. बंदर कभी घरों से सामान उठा ले जाते हैं तो राह चलते लोगों का बैग छीन ले जाते हैं. सोशल मीडिया पर एक दारूबाज बंदर का वीडियो वायरल हुआ है जो लोगों के घरों का सामान ही नहीं दारू की बोतल छीनकर पी जाता है. शराब के शौकीन इस बंदर से क्षेत्र के लोग काफी परेशान हैं. दारू पीने के बाद बंदर नशे में लोगों पर हमला भी कर रहा है. अब तक कई लोगों को ये बंदर घायल कर चुका है.

सोशल मीडिया पर जिस दारूबाज बंदर का वीडियो वायरल हुआ है, वह उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के मटौंध थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है. शराब का शौकीन ये बंदर इन दिनों लोगों के हाथों से शराब की बोतलें छीन रहा है. दारूबाज बंदर के आतंक से शराबियों में खौफ पैदा हो गया है. क्षेत्र के लोगों का बोलना है कि ये बंदर नगर पंचायत थाना क्षेत्र और बस स्टैंड क्षेत्र के आसपास घूमता रहता है. ये नशेड़ी बंदर कभी घरों में घुसकर लोगों का सामान उठा ले जाता है तो कभी राह चलते लोगों का बैग छीन लेता है. बंदर का उत्पात यहीं पर समाप्त नहीं होता. शराब के ठेके के आसपास भी बंदर घूमता नजर आ जाता है. जैसे ही इस बंदर को कोई शराब की बोतल ले जाते दिख जाता है तो वह उसके पीछे पड़कर शराब की बोतल छीन लेता है.

बंदर शराब का इतना शौकीन है कि वह पूरी की पूरी बोतल ही गटक जाता है. नशे में होते ही बंदर लोगों पर हमला करता है. बंदर के हमले में कई लोग घायल भी हुए हैं. बंदर का शराब पीते का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल है. क्षेत्र के लोगों का बोलना है कि बंदर को पकड़ने के लिए वन विभाग को सूचना दी गई है. वहीं डीएफओ संजय अग्रवाल का बोलना है कि मटौंध क्षेत्र में एक बंदर के उत्पात मचाने की सूचना आई है, जो शराब का शौकीन बताया जा रहा है. वीडियो में भी बंदर शराब पीते नजर आ रहा है. उत्पाती बंदर को पकड़ने के लिए जल्द ही टीम बनाकर भेजी जाएगी. 

मथुरा डीएम का चश्मा और दारोगा की टोपी लेकर भाग गया था बंदर

बंदरों का आतंक आम आदमियों में ही नहीं अफसरों में भी व्याप्त है. कुछ दिन पहले मथुरा में ये उत्पात बंदर डीएम का चश्मा लेकर भाग गए थे. काफी देर तक बंदर ने उनका चश्मा नहीं लौटाया था. बंदर को फ्रूटी का लालच दिया गया, इसके बाद डीएम का चश्मा बंदर ने वापस किया था. इसके ठीक दो दिन वृंदावन में एक दारोगा की टोपी लेकर भी ये बंदर भाग गए थे.