आखिर ऐसा क्यों कर रहें है किसान, अपने पालतू जानवरों के साथ, आइए जानें
आज के समय में साइंस ने काफी तरक्की कर ली है। ऐसी चीजें साइंस की वजह से पॉसिबल है, जो कुछ समय तक असम्भव लगती थी। हालांकि, साइंस की वजह से आदमी की लाइफ जितनी सरल हो गई है, उतनी ही अधिक कॉम्प्लिकेटेड भी हो गई है। परिवर्तन के मुद्दे में साइंस ने वो स्टेज पार कर ली है जो कल्पना से परे है। आज ऐसी चीजें भी पॉसिबल है जो कभी इम्पॉसिबल थी। क्या आपने कभी ये सोचा था कि हम किसी के पेट के अंदर पचने वाले खाने को बाहर से ही देख सकेंगे?
ऐसा ही एक बायोलॉजिकल रेवोल्यूशन इन दिनों अमेरिका और न्यूजीलैंड में देखने को मिल रहा है। यहां कई गायों के पेट में आपको बड़े-बड़े छेद देखने क मिलेंगे। इस छेद को बनाने के लिए गाय के पेट में चीरा लगाया जाता है। इस चीरे के अंदर एक गोल सी चीज फिक्स की जाती है, जिसके जरिये जानवर के पेट के अंदर झांक कर देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर इस छेद के बारे में डिटेल से कहा गया कि ये क्यों बनाया जाता है और इसके क्या लाभ हैं?
फार्म एनिमल के पेट में करते हैं छेद
वायरल हो रहे इस वीडियो में गाय के पेट में छेद नजर आ रहा है। इसे फिस्टुला कहते हैं। अमेरिका और न्यूजीलैंड के किसान अपने पालतू जानवरों के पेट में फिस्टुला फिक्स करवा रहे हैं। गाय के पेट में छेद कर उसे प्लास्टिक से कवर कर दिया जाता है। इसकी वजह से किसान या जानवरों का चिकित्सक गाय के पेट के अंदर डायरेक्ट झांक सकता है। यदि जानवरों को पेट की कुछ परेशानी हो जाती है तो इस फिस्टुला की वजह से आराम से अंदर झाँक कर उसका उपचार किया जा सकता है। बार-बार सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ती।
ऐसे होता है इलाज
अगर गाय को पेट की कोई परेशानी हई है तो डॉक्टर्स को सर्जरी करनी पड़ती है। लेकिन यदि उसकी बॉडी पर फिस्टुला लगा है तो केवल ग्लव्स पहन कर उसके अंदर अपने हाथ डाल दो और परेशानी सॉल्व हो जाती है। ये फिस्टुला जानवरों की बॉडी में ड्रिल कर लगाई जाती है। कई बार जानवरों के पेट में खाना पचाने वाले इन्जाइम्स को जांचने के लिए भी गाय के पेट में फिस्टुला लगाया जाता है। एक बार इसे लगाने के बाद कुछ समय तक गाय को परेशानी होती है लेकिन बाद में वो नॉर्मल हो जाती है। हालांकि, कई लोगों को ये प्रक्रिया क्रूर लगती है।