वायु प्रदूषण से भारत में हर साल 21 लाख लोगों की होती हैं मौतें, रिसर्च रिपोर्ट में सामने आई चौंकाने वाली जानकारी
नई दिल्ली: स्वास्थ्य (Health) ठीक रहने के लिए अच्छी हवा (Air) बहुत जरुरी है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से राष्ट्र के कुछ राज्यों में बहुत बड़े पैमाने पर वायु प्रदूषण (Air Pollution) देखा गया है। जी हां पिछले कुछ दिनों से राष्ट्र में हवा की गुणवत्ता काफी खराब हो गई है। राष्ट्र की राजधानी दिल्ली (Delhi Air Pollution) में वायु प्रदूषण के कारण नागरिकों का सांस लेना कठिन हो गया है।
इतना ही नहीं बल्कि सपनों की नगरी कहे जानी वाली मुंबई में भी हवा (Mumbai Air Pollution) की गुणवत्ता दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। वायु प्रदूषण को रोकने के लिए गवर्नमेंट की ओर से कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। ऐसे में अब राष्ट्र में वायु प्रदूषण को लेकर एक बहुत चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। आइए जानते है पूरी समाचार विस्तार…
21 लाख लोगों की मौत
आपको जानकर आश्चर्य होगी कि वायु प्रदूषण के कारण हिंदुस्तान में हर वर्ष लगभग 21 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है। यह चौंकाने वाली जानकारी एक रिसर्च रिपोर्ट से सामने आई है। इससे भारतीय वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ गई है और इस बात पर रिसर्च की आवश्यकता है कि आखिर वायु प्रदूषण को कैसे कम किया जा सकता है।
यहां होती है सबसे अधिक मौतें
वायु प्रदूषण शोध के मुताबिक, राष्ट्र में प्रदूषण के कारण हर वर्ष 2.18 मिलियन यानी 21 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि वायु प्रदूषण के कारण चीन में सबसे अधिक मौतें होती हैं। हिंदुस्तान चीन के बाद दूसरे जगह पर है। ऐसे में हिंदुस्तान में अब यह कठिनाई की बात है।
वायु प्रदूषण से अनेकों बीमारियां
आपको बता दें कि इस शोध के लिए एक नया मॉडल लागू किया गया था। प्रदूषण के इन कारणों में लगभग सभी बाहरी साधन शामिल हैं। वायु प्रदूषण से होने वाली 52 फीसदी मौतें दिल रोग, दीर्घकालिक प्रतिरोधी फेफड़ों की रोग और मधुमेह जैसी सामान्य स्थितियों से संबंधित हैं। दिन ब दिन यह परेशानी बढ़ते ही जा रही है।
दुनिया में 51 लाख लोगों की मौत
इसके अलावा, मौत के 20 फीसदी मुद्दे उच्च रक्तचाप, अल्जाइमर और पार्किंसंस बीमारी जैसे न्यूरोडीजेनेरेटिव विकारों से संबंधित हैं। इस बीच, अध्ययनों से यह भी पता चला है कि उद्योग, बिजली उत्पादन और परिवहन में जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल के कारण होने वाले वायु प्रदूषण के कारण हर वर्ष पूरे विश्व में 51 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है। ऐसे में अब यह प्रश्न उठता है कि आखिर इस तरह वायु प्रदूषण से कब तक मौतें होती रहेगी। कब इस गंभीर परेशानी का निवारण होगा।