घर बैठे वोटर लिस्ट में चेक कर करें अपना नाम-मतदान केंद्र…
अभी तक मतदाताओं को अपनी मतदाता पर्ची के लिए बीएलओ या पार्टियों के कार्यकर्ताओं पर निर्भर रहना पड़ता था लेकिन अब वोटर हेल्पलाइन एप के माध्यम से मतदाता अपनी फोटोयुक्त मतदाता पर्ची निकाल सकते हैं.
100 मिनट के अंदर रिस्पॉन्स
चुनाव आयोग का बोलना है कि उनके दूसरे एप के जरिए रिकॉर्डिंग, रिपोर्टिंग और वॉयलेशन की रिपोर्ट भी की जा सकती है. जिसके 100 मिनट के अंदर रिस्पॉन्स टीम मौके पर पहुंच जाएगी. लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होने जा रहा है. पहले चरण के मतदान में 21 राज्यों की 102 सीटों पर वोट डाले जाएंगे.
एप के जरिए एफिडेविट और KYC पूरी करने की सुविधा
लोकसभा चुनाव में इस बार चुनाव आयोग 27 ऐप्स और आईटी सिस्टम के जरिए लोगों की सहायता करेगा. इनके जरिए जहां एक ओर सर्विलांस में सहायता मिलेगी तो वहीं दूसरी ओर मतदाता अपने प्रत्याशियों की जानकारी ले सकेंगे. चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को भी ऐप के जरिए अपना एफिडेविट और केवाईसी पूरी करने की सुविधा दी गई है.
रैली और मीटिंग्स की परमिशन भी ले सकते हैं प्रत्याशी
सुविधा पोर्टल के जरिए नॉमिनेशन और एफिडेविट जमा किया जा सकता है. इसके साथ इस ऐप के जरिए प्रत्याशी अपनी रैली और मीटिंग्स की परमिशन भी ले सकते हैं. इसी क्रम में चुनाव आयोग ‘मिथ वर्सेस रियलिटी’ की जानकारी भी साझा कर रहा है. चुनाव आयोग का बोलना है कि सोशल मीडिया पर आने वाली गलत सूचनाओं के प्रति लोगों को सतर्क करने के लिए यह कदम उठाए जा रहे हैं. वेबसाइट के जरिए यह जानकारियां लोगों को मौजूद कराई जा रही है. इसके अतिरिक्त अपराधी रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों को तीन बार समाचार पत्रों में अपने अपराधी रिकॉर्ड की जानकारी देनी है. टीवी में भी इसके बारे में बताना है. साथ ही साथ संबंधित सियासी दलों को आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों के चयन को लेकर जानकारी साझा करनी है.
इस बार कितने लोग वोटिंग के पात्र हैं?
भारत निर्वाचन आयोग ने जानकारी दी है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में लगभग 97 करोड़ भारतीय मतदान करने के पात्र होंगे. चुनाव आयोग ने कहा है कि हिंदुस्तान में 96.88 करोड़ लोग आनें वाले आम चुनावों के लिए मतदान करने के लिए दर्ज़ हैं जो कि दुनिया में सबसे बड़ा मतदाता वर्ग है. आयोग के अनुसार पिछले लोकसभा चुनाव 2019 से दर्ज़ मतदाताओं की संख्या में छह फीसदी की वृद्धि हुई है.