अली अशरफ फातमी ने जेडीयू का दामन छोड़कर फिर थामा राजद का दामन
पटना/दरभंगा। मिथिलांचल क्षेत्र की राजनीति में बड़े मुसलमान चेहरे के तौर पर अपनी पहचान बना चुके अली अशरफ फातमी ने जेडीयू का दामन छोड़ दिया है और आज वह दोबारा राजद का दामन थाम लेंगे। उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की प्रशंसा करते हुए बोला है कि उनकी विचारधारा भी लालू की विचारधारा ही है। बता दें कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले JDU के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद अली अशरफ फातमी ने पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से त्याग-पत्र दे दिया था। उन्होंने अपने त्यागपत्र में लिखा कि मैं नैतिक मूल्यों की रक्षा हेतु जनता दल यूनाइटेड के सभी पदों सहित प्राथमिक सदस्यता से त्याग-पत्र दे रहा हूं।
बता दें कि पांच वर्ष पहले अली अशरफ फातमी ने JDU का दामन थामा था। उन्होंने उस समय अपने संबोधन में बोला था कि बिहार में जेडीयू ही अल्पसंख्यकों के भलाई के बारे में सोचती है। JDU में शामिल होने से पहले फातमी को RJD से निलंबित कर दिया गया था। उनके पास पार्टी छोड़ने के अतिरिक्त और कोई ऑप्शन नहीं था। कहा जाता है कि वह मधुबनी से लोकसभा इलेक्शन लड़ने के लिए जेडीयू के साथ आए थे, लेकिन यह सीट भाजपा के खाते में चली गई थी।
बीजेपी ने यहां से अशोक यादव को मौका दिया था और बिहार में अशोक यादव ने मधुबनी सीट से काफी अंतर से जीत दर्ज की थी। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी फातमी दरभंगा सीट से RJD का सांसद रह चुके हैं। यहां यह भी गौरतलब है कि फातमी मिथिलांचल के दरभंगा या मधुबनी लोकसभा सीटें चाह रहे हैं। ।
चार बार रहे सांसद और एक बार मंत्री रहे हैं फातमी
मोहम्मद अली अशरफ फातमी ने 10वीं, 11वीं,12वीं और 14वीं लोकसभा में दरभंगा सीट से जीत हासिल कर लोकसभा गये थे। इस दौरान केंद्रीय मंत्री भी रहे मोहम्मद अली अशरफ फातमी 2004 से 2009 तक मानव संसाधन विकास मंत्रालय में राज्यमंत्री भी रहे थे। वह बिहार के दरभंगा से 4 बार सांसद रहे हैं। वहीं, इनके बेटे फराज फातमी 2015 के विधानसभा चुनाव में पहली बार विधायक चुने गए थे।
अली अशरफ फातमी को राजद ने निलंबित किया था
इसके बाद साल 2019 में RJD ने फातमी को निलंबित कर दिया था। वजह लालू परिवार के प्रति अनादर रहा था। RJD से निलंबित होने के बाद वह बसपा के साथ चले गए और मधुबनी से अपनी उम्मीदवारी का घोषणा कर दिया। हालांकि, अचानक से ही अगले दिन फातमी ने बीएसपी से अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली और पार्टी का साथ छोड़ दिया था। अब वह फिर से राजद में वापसी कर रहे हैं।