चिराग का तेजस्वी को लेटर, मीसा बोलीं…
जमुई में तेजस्वी यादव की सभा के दौरान चिराग पासवान की मां को गलत शब्द कहने का मुद्दा चुनाव आयोग तक पहुंच गया है. वहीं, इस मुद्दे पर सांसद चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव को लेटर लिखा है. उन्होंने पत्र में मां को गाली देने वाले समर्थक या कार्यकर्ता पर तुरन्त कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने लिखा है कि तेजस्वी जी मैंने हमेशा राबड़ी देवी जी को मां और मीसा को बहन माना, लेकिन वो शायद केवल मेरी ओर से ही था.
इधर, लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती ने इस घटना को दुखद बताया. उन्होंने चिराग पासवान से पूछा है कि मेरे पिता और बहन के बारे में सम्राट चौधरी जब बोल रहे थे, उस समय वे चुप क्यों थे.
चिराग पासवान का पूरा लेटर पढ़िए…
मैंने कभी आदरणीय श्रीमती राबड़ी देवी जी और अपनी मां में कोई फर्क नहीं समझा. ऐसे में मुझे आपसे ये आशा नहीं थी. मैं मानता हूं कि सियासी दलों के विचार अलग हो सकते हैं, मतभेद हो सकते हैं लेकिन वैमनस्य होना मुनासिब नहीं है. किसी की मां के बारे में ऐसी अमर्यादित भाषा मेरे लिए कल्पना से परे है.
आपकी पार्टी के समर्थकों द्वारा की गई इस हरकत से 90 के दशक की जंगलराज की यादें ताजा हो गई है. उस दौर में मां-बेटियों का घरों से निकलना भी दूभर था. स्त्रियों को अपमानित और प्रताड़ित किया जाता था. आज इस घटना के बाद एक पुत्र होने के नाते मेरे लिए अपनी मां के बारे में ऐसा शब्द सुनना कितना पीड़ादायक है, इसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते.
मैं चाहता हूं कि आप अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को कड़ा संदेश दें ताकि आइंदा मेरे साथ ही नहीं बल्कि बिहार में रह रही किसी भी मां-बहन के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जा सके.
मैंने अपने पिता से रिश्तों की पहचान करना सीखा है. सियासी रिश्तों के साथ पारिवारिक संबंध भी महत्वपूर्ण होते हैं. अंत में, मैं आपसे केवल इतना ही कहूंगा कि मैं अपनी मां और बहनों को जैसा प्यार और सम्मान देता आया हूं वैसा प्यार और सम्मान मैंने मीसा दीदी और अन्य बहनों एवं आदरणीय राबड़ी देवी जी को भी दिया है.
लेकिन शायद वो प्यार और सम्मान केवल मेरे तरफ से था. इस बात का दुःख मुझे और मेरे परिवार को आज हुआ है. मैं आशा करता हूं कि मेरी माताजी का अपमान करने वालों पर आप तुरन्त कार्रवाई करेंगे.
चिराग बोले- मेरे लिए ये सेंसिटिव मैटर
इसके पहले पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से वार्ता करते के दौरान चिराग पासवान ने बोला कि यह मेरे लिए सेंसिटिव मैटर है. मेरे परिवार के लोगों के लिए गाली दी जा रही है. यह किसी आदमी के लिए गलत है.
मर्यादित शब्दों में रहकर आप विरोध दर्ज कर सकते हैं. शब्दों की मर्यादा को राजनीति में रखना महत्वपूर्ण है. खास करके यह जिम्मेदारी हम जैसे युवाओं पर और बढ़ जाती है, जिनको बड़ी जनसंख्या अपना आदर्श मानती है. आचरण बहुत अर्थ रखता है.
कार्रवाई की स्थान बचाने की कोशिश
तेजस्वी यादव कहते हैं कि छोटी बातों को तूल नहीं देना चाहिए. ऐसी बातों से मुझे लगता है कि हर बेटे और बेटी का खून खोलेगा. यदि किसी की भी मां को इस तरह से गाली दी जाए. किसी के भी साथ यह घटना होगी. हर किसी का खून खोलेगा. चिराग ने यह भी बोला कि मैं बहुत संयमित ढंग से अपनी बातों को रख रहा हूं. इन बातों पर कार्रवाई की स्थान पर आरोपी को बचाया जा रहा है.
यह आपकी मानसिकता को दर्शाता है. वहीं, जंगलराज का याद आने लग गया है. नब्बे के दशक में हमारे प्रदेश से बड़े स्तर पर पलायन हुआ था. यदि वह जंगल राज की परछाई नहीं तो क्या है. तेजस्वी यादव के सामने चिराग पासवान के परिवार को गाली दी जाती है. लेकिन, वो कुछ नहीं बोलते हैं. सोचिए उस आदमी की हौसला कितनी बढ़ेगी. गांव में जाएगा, देहात में जाएगा. वहां कहेगा कि चिराग पासवान की मां के बारे में बोलने से कुछ नहीं हुआ.
मीसा बोलीं- उस समय क्यों चुप थे चिराग
मीसा भारती ने बोला कि ये घटना दुखद है. किसी भी पार्टी में इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए. चिराग जी उस समय चुप क्यों थे जब सम्राट चौधरी ने मेरे पिता और मेरी बहन पर अमर्यादित भाषा कही थी तब आप क्यों चुप थे. क्या उस समय आपने किसी को कोई लेटर लिखा था. पीएम से कम्पलेन की थी. आपको बता दें कि रोहिणी के सारण से लड़ने की चर्चा के बीच सम्राट चौधरी ने बोला था कि किडनी लेकर लालू ने बेटी को टिकट दिया है.
पशुपति पारस बोले- भाभी के लिए टिप्पणी निंदनीय
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने कहा, तेजस्वी यादव की आमसभा में मंच से असामाजिक तत्व ने मेरी भाभी के लिए अमर्यादित टिप्पणी की, यह निंदनीय है. मैं बिहार गवर्नमेंट से मुद्दे को देखने और दोषियों को दंडित करने की अपील करता हूं ताकि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न हो. तेजस्वी यादव को ऐसा करने वाले आदमी के विरुद्ध कार्रवाई करनी चाहिए थी.
मुकेश सैनी ने गलत करार दिया
वहीं, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने बोला कि मुझे ऐसी कोई जानकारी नहीं है. लेकिन, जो गाली दिया है. वो ठीक नहीं, एकदम ही गलत है.
वहीं, पटना एयरपोर्ट पर एक बार फिर से जब मीडिया ने तेजस्वी यादव की सभा में चिराग की मां को गाली देने वाले मुद्दे पर प्रश्न किया तो पहले उसका उत्तर नहीं दिया. इसके बाद जब वही प्रश्न दोबारा किया गया तो उन्होंने बोला कि एजेंडा फिक्स करके भेजा गया है क्या आप लोगों को.