यहां मिलते हैं सोयाबीन से बने 200 से ज्यादा आइटम, रोजाना 10 हजार की सेल
बिहार में फास्ट फूड का चलन काफी तेजी से बढ़ रहा है। इसके शौकीनों की कोई कमी नहीं है। लोग फास्ट फूड आइटम के स्टॉल को तलाशते रहते हैं। फास्ट फूड दर्जनों वैरायटी के बीच सोयाबीन से बने आइटम का अपना एक अलग क्रेज है। सोयाबीन को स्वास्थ्य के लिए लाभ वाला भी माना जाता है। सोयाबीन प्रोटीन का सर्वोत्तम साधन है। खासकर वैसे लोग जो शाकाहारी हैं, उनके लिए सोयाबीन को डाइट में शामिल करना लाभ वाला रहता है। वैशाली जिला के हाजीपुर स्थित सिनेमा रोड में आपको सोयाबीन से बने 200 भिन्न-भिन्न आइटम खाने को मिल जाएंगे। हाजीपुर के लोगों को पहली बार सोयाबीन का इतना आइटम एक ही स्थान पर खाने को मिल रहा है।
अगर आप शाकाहारी हैं और चिकन लेग पीस और मटन हांडी खाना चाहते हैं तो आपको इसी तरह का ही स्वाद वीर जी मलाई चाप वाले के पास मिल जाएगा। यहां फास्ट फूड का कोई ऐसा आइटम नहीं है जो यहां पर मौजूद नहीं है। लोगों का मानना है कि सोयाबीन से तैयार होने वाले हर आइटम के बारे में सुना था, लेकिन कभी खाया नहीं था और ना देखा था। जब से हाजीपुर में वीर जी मलाई चाप वाला आए हैं, तब से हम लोग रोजाना यहां खाने के लिए आते हैं। वैशाली जिला स्थित लालगंज के रहने वाले दिग्विजय चौरसिया ने कहा कि सोयाबीन से बने सामान के बारे में सुना था। दिल्ली और पटना में इसका स्वाद भी चखा था। लेकिन, हाजीपुर में ऐसी कोई फूड शॉप नहीं होने के कारण लगा कि यह अच्छी चल जाएगी। इसके बाद हाजीपुर के सिनेमा रोड में सोयाबीन से बने चिकन लॉलीपॉप, चिकन लेग पीस, मलाई चाप, मटन हांडी सहित कई प्रकार की आइटम बनाकर लोगों को खिला रहे हैं। इसके लिए कई कारीगर को भी रखा है।
100 किलो सोयाबीन की है प्रतिदिन खपत
दिग्विजय चौरसिया ने कहा कि लोगों को इस शाकाहारी आइटम का स्वाद बहुत पसंद आ रहा है। उन्होंने कहा कि मांस-मछली खाने से कई प्रकार की रोग भी अब उत्पन्न हो रही है। इससे बचने के लिए सोयाबीन वाला चिकन लॉलीपॉप और मटन हांडी सस्ते रेट पर लोगों को मौजूद करा रहे हैं। यहां 335 रुपए में आप भर पेट खाना खा सकते हैं। यहां ग्राहकों को सोयाबीन से बने 200 आइटम बने आइटम परोसते हैं। इसकी बिक्री लगातार बढ़ रही है। कारण यह है कि लोग मांसाहार भोजन से परहेज करने लगे हैं। ऐसे लोगों के लिए सोयाबीन से बने आइटम बेहतरीन विकल्प है। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक बिक्री क्रीम चॉप की होती है। यहां प्रतिदिन 100 किलो सोयाबीन की खपत है और 10 हजार से अधिक की प्रतिदिन सेल हो जाती है।