औरंगाबाद में वार्ड सदस्य को मुखिया ने दी जान से मारने की धमकी
औरंगाबाद में देव प्रखंड के इसरौर पंचायत के वार्ड नंबर 5 के वार्ड सदस्य दिलीप कुमार यादव को पंचायत के मुखिया पंकज कुमार द्वारा जान मारने की धमकी दी गई है। इस संबंध में वार्ड सदस्य ने देव पुलिस स्टेशन में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। वार्ड सदस्य दिलीप कुमार यादव देव थाना क्षेत्र के मंझौली गांव का रहने वाला है। पुलिस स्टेशन में थानाध्यक्ष के नाम से दिए गए आवेदन में दिलीप ने कहा है कि उसने वार्ड नंबर 5 में मुखिया फंड के द्वारा मुखिया पंकज कुमार के नाम से काम करवाया। जिसमें मुखिया के द्वारा यह कहते हुए श्रमिकों के मजदूरी की भुगतान करवाई गई कि फंड आते हैं पैसे वापस कर दिए जाएंगे।
बकाया मांगने पर पिस्टल निकालकर दी गई जान मारने की धमकी
लेकिन पिछले साल अप्रैल 2022 से पैसे की मांग को लेकर वह तारीख पर तारीख बढ़ाते जा रहे हैं। मुखिया के द्वारा बकाया राशि दिए जाने की आखिरी तारीख 30 सितंबर निर्धारित की गई थी। जब मुखिया के द्वारा दिए गए तारीख पर 30 सितंबर की सुबह 10 बजे उनके घर गया तो वे वहां अपने भाई के साथ थे। मैंने अपनी राशि लौटाने की बात की तो मुखिया ने अपने टेबल के दराज से पिस्टल निकालते हुए मेरे तरफ तान दी गई और धमकी भरे लहजे में कहा की देना होता तो दे नहीं देते। आज के बाद से यदि पैसा मांगोगे तो जान से मार दूंगा। इतने में वहां राजन सिंह के पुत्र पवन सिंह एवं आलोक सिंह के पुत्र अंकित सिंह जो इसरौर गांव के ही रहने वाले हैं ने मेरा कॉलर पड़कर मुझसे मारपीट करने लगे। किसी तरह वहां से जान बचाकर भागा। यदि नहीं भागता तो मुखिया उसे जान से मार देते।
दिलीप ने अपने द्वारा दिए गए आवेदन में यह भी कहा है कि मुखिया पूर्व में भी देव थाना के एक दरोगा एस डी पासवान के सर को फोड़ने का काम किया था और उसे मुद्दे में देव थाना में एक काण्ड 52/19 दर्ज है। लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नही होने से मुखिया का आत्मशक्ति बढ़ा हुआ है और वह हमेशा बोलते हैं कि दरोगा को करने पर जब कुछ नहीं हुआ तो तुम लोग क्या बिगाड़ लेगा। दिलीप ने कहा कि 27 सितंबर की रात्रि में वे अपनी बाइक से देव के ही कुरका गांव से जागरण देखकर घर आ रहे थे। तो देखा कि दो बाइक से चार अज्ञात आदमी उनका पीछा कर रहे थे। जिससे वह किसी तरह जान बचाकर खेत में छुप गए। जिसकी जानकारी उन लोगों को नहीं चल पाई और वे वापस लौट गए।
दिलीप ने कहा कि जब 30 सितंबर को ही जब मुखिया से पैसे की मांग की गई तो उन्होंने बोला था कि 27 सितंबर को तो बच गए। लेकिन आगे नहीं बचोगे। मुखिया की हरकत से उनका पूरा परिवार भय की जीवन में जी रहा है। वार्ड सदस्य ने थानाध्यक्ष से प्राथमिकी दर्ज कर मुनासिब कार्रवाई किए जाने की मांग की है। ताकि उनकी की जान की रक्षा हो सके।
मुखिया ने कहा- उन्हें बदनाम किए जाने की हो रही साजिश
इधर इस संबंध में जब मुखिया पंकज कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बोला कि ऐसी कोई बात नही है।चुकी मैं इस पंचायत का पहली बार मुखिया बना हूं तो मुझे बदनाम करने के लिए विरोधी खेमे के लोग षड्यंत्र रच रहे है।वार्ड सदस्य दिलीप भी विरोधी खेमा के हैं और यह सब काम उनके द्वारा किसी के बहकावे में आकर किया जा रहा है।मेरे विरुद्ध आवेदन दिए जाने की जानकारी देव थानाध्यक्ष के द्वारा दी गई और उन्होंने इसके लिए थाना में आज यानी रविवार को बुलाया गया है।
थानाध्यक्ष ने कहा- आवेदन की हो रही है जांच
देव थानाध्यक्ष राजगृह प्रसाद ने कहा कि वार्ड सदस्य के द्वारा आवेदन दिया गया है।लेकिन अभी इसकी जांच की जा रही है।उन्होंने बोला कि शिकायतकर्ता तथा मुखिया से इस संबंध में पूछताछ कर आगे की कारवाई की जायेगी।