प्रेमी जोड़े से शातिर से निकले ग्रामीण, पकड़ा रंगे हाथ, फिर…
आपने कई शादियां देखी होंगी, लेकिन समस्तीपुर में जो विवाह हुई उसकी चर्चा इस समय खूब हो रही है। क्योंकि यह काफी अनोखी है। जहां, एक प्रेमी युगल को चोरी-चुपके से मिलना महंगा पड़ गया। दोनों की पीपल के वृक्ष के नीचे ब्रह्म जगह परिसर में ही ग्रामीणों ने विवाह करा दी। घटना समस्तीपुर जिले के पटोरी थाना क्षेत्र के चकसाहो पंचायत के चांदपुरा गांव की है। दोनों प्रेमी-प्रेमिका इस विवाह से काफी खुश हैं।
चोरी से मिलना पड़ा भारी
एक प्रेमी अपनी प्रेमिका से छिपकर मिलने गया, लेकिन उसे कहां पता था कि आज चोरी-चुपके अपनी प्रेमिका से मिलना उसे इतना भारी पड़ जाएगा। ग्रामीणों ने प्रेमी युगल को मदुदाबाद बाजार में एक साथ देखा और पकड़ लिया। मिली जानकारी के मुताबिक मोहिउद्दीननगर प्रखंड के मोहिउद्दीननगर टाडा गांव निवासी कुमल राय के पुत्र साजन कुमार का समस्तीपुर जिले के पटोरी प्रखंड के चांदपुरा गांव की एक लड़की के साथ लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा है।
वह अक्सर अपनी गर्लफ्रेंड से छुप-छुप कर मिलता था। इस बात की जानकारी ग्रामीणों को हो गई थी। इसके बाद ग्रामीण भी इसी मौके के प्रतीक्षा में थे। जो कि ग्रामीणों ने दोनों प्रेमी युगल को मदुदाबाद बाजार में एक साथ पकड़ लिया। पुरुष के परिजन को इस बात की सूचना दी। वहीं, प्रेमिका की सहमति से प्रेमी ने विवाह कर ली। विवाह के बाद नवविवाहित जोड़े को विदा किया गया। अभी इस विवाह की चर्चा अभी भी क्षेत्रीय क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
मकर संक्रांति के बाद प्रारम्भ हुई प्रेम कहानी
मोहिउद्दीननगर टाडा गांव के रहने वाले साजन कुमार ने कहा कि वह इस लड़की से पिछले तीन वर्ष से टेलीफोन पर बात कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने हमसे बुधवार को मदुदाबाद बाजार में मिलने के लिए कहा। बाद में ग्रामीणों ने उनका पीछा किया और हमें अपने गांव तक ले गए, जहां मेरी विवाह हुई।
शादी से मुझे कोई विरोध नहीं है, मैं भी राजी खुशी से विवाह कर लिया हूं। उन्होंने बोला कि उनके ही घर के आसपास हमारे पुराने सम्बन्धी रहते हैं, उन्हीं के यहां मकर संक्रांति के अवसर पर दही चुरा लेकर आए थे। तभी हम दोनों को आपस में वार्ता प्रारम्भ हो गया था।
क्या कहती है प्रेमिका
पटोरी थाना क्षेत्र की चांदपुर गांव के रहने वाली स्वीटी कुमारी बताती है कि मैं इनको पिछले 4 सालों से जानती हूं। हम दोनों को टेलीफोन से काफी समय से वार्ता होती थी। उन्होंने बोला कि मैं मदुदाबद बाजार मिलने के लिए गई थी, तभी हमारे पीछे ग्रामीण पड़ गए और हम दोनों को गुरुवार को विवाह कर दिए हमें कोई विरोध नहीं है।