चिराग पासवान ने बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट को लेकर आज रथ को किया रवाना
पटना। लोक जनशक्ति पार्टी (आर) के सांसद चिराग पासवान ने आज बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट को लेकर आज रथ को रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने बिहार की राजनीति के लिहाज से बड़ी भविष्यवाणी की और प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ ही बिहार विधान सभा चुनाव करवाए जाने की बात कही है।
जदयू के एनडीए में वापसी की अटकलों को भी चिराग पासवान ने एक तरह से खारिज करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर धावा कहा है।
चिराग पासवान ने बोला कि सीएम नीतीश कुमार महत्वाकांक्षा के लिए गठबंधन में हैं और जिस दिन उनकी महत्वकांक्षा पूरी नहीं होगी, उस दिन वो गठबंधन को छोड़ देंगे। इसके साथ ही बिहार मध्यावधि चुनाव की ओर अग्रसर होगा तो सम्भव है कि लोकसभा के साथ विधानसभा के चुनाव होंगे। चिराग पासवान ने बोला कि उनकी पार्टी के अनेक प्रकोष्ठ चुनाव की तैयारी में लगे हुए हैं।
चिराग ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी पूरी तरह से तैयार है और इस बार बिहार की 40 की 40 सीटों पर एनडीए गठबंधन जीतेगा। इस बार सीएम नीतीश कुमार की गवर्नमेंट नहीं बल्कि एनडीए की गवर्नमेंट होगी। सीएम नीतीश कुमार के पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ तस्वीर को लेकर हो रही राजनीति पर सांसद चिराग पासवान ने बोला कि यह मुलाकात उनकी पाला बदलने की सोच को जाहिर करती है।
लोजपा सांसद ने बोला कि, उनकी एक तस्वीर उनकी विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है। यह बिहार का दुर्भाग्य है, जहां आज चर्चा सीएम की योजनाओं पर होनी चाहिए, चुनाव से पहले सीएम ने क्या-क्या किया और क्या-क्या नहीं किया, इस पर होनी चाहिए। पिछले 5 वर्षों में उनकी किरदार क्या रही उस पर होनी चाहिए। 18 वर्ष में सीएम तौर पर उन्होंने क्या किया, उस पर होनी चाहिए तो एक तस्वीर भर से चर्चा इस बात पर हो जाती है कि क्या सीएम फिर से पाला बदल रहे हैं।
चिराग पासवान ने कहा, पलटूराम का नाम उनके गठबंधन के उस साथी ने दिया है जिनके साथ गवर्नमेंट में हैं। पलटूराम की छवि उनके नाम के साथ, उनकी इमेज के साथ उनके चरित्र के साथ जुड़ गया। यह सीएम के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। यह बिहार के लिए दुर्भाग्य है। ऐसे में फिर से पलटी मारेंगे, यह मुझे नहीं पता। लेकिन, बिहार की जनता किसी भी रूप में अब उनको नहीं स्वीकारेगी।
सनातन धर्म पर हो रहे टकराव पर सांसद ने बोला यह किसी भी धर्म की कुरीतियों पर आप चर्चा करें कोई परेशानी नहीं। लेकिन कुरीतियों पर चर्चा न कर किसी धर्म को पूर्णत: नकार देना या धर्म को मानने से या उसके लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करना यह पूर्णता गलत है। इसको कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
जब हमलोगों ने अल्पसंख्यक मुसलमानों की बात की, ट्रिपल तलाक पर बात की, ऐसे ही समय-समय पर हिंदू धर्म के सनातन धर्म को कुरीतियों पर चर्चा हुई है। सती प्रथा को लेकर समाज में भिन्न-भिन्न छुआछूत को लेकर बिहार का सबसे हानि किया है तो जाति प्रबंध ने किया है। वहीं, चिराग ने बोला बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट को अनेक लोग देख रहे हैं और युवाओं और स्त्रियों सहित सभी का सपोर्ट मिल रहा है।