बिहार

सीएम नीतीश साढ़े18 महीने बाद पीएम मोदी के साथ बिहार में साझा करेंगे मंच

पटना/औरंगाबाद/बेगूसराय. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार दौरे पर औरंगाबाद और बेगूसराय में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होंगे. इस दौरान उनके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों स्थानों पर मौजूद रहेंगे. साढ़े18 महीने बाद पीएम मोदी के साथ सीएम नीतीश बिहार में मंच साझा करेंगे. इससे पहले आखिरी बार 12 जुलाई 2022 को दोनों एक साथ बिहार में मंच साझा करते नजर आए थे. तब बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह में साथ-साथ नजर आए थे. गौरतलब है कि अगस्त 2022 में नीतीश एनडीए छोड़कर महागठबंधन के साथ चले गए थे. इसी साल जनवरी में एनडीए के अंदर वापसी के बाद दोनों एक साथ मंच पर नजर आएंगे. मिली जानकारी के अनुसार, औरंगाबाद की सभा में जीतन राम मांझी और पशुपति कुमार पारस भी पीएम मोदी के साथ मंच पर मौजूद रहेंगे.

पीएम मोदी अपने बिहार दौरे में 1 लाख 62 हजार करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे जो देशभर के लिए होंगे. इनमें 29 हजार करोड़ रुपए की योजनाएं बिहार के लिए होंगीं. पीएम मोदी औरंगाबाद में 21 हजार 400 करोड़ रुपए से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री यहां गंगा नदी पर छह लेन वाले पुल की आधारशिला भी रखेंगे, जिसे पटना रिंग रोड के एक हिस्से के रूप में विकसित किया जाएगा. ये पुल देश के सबसे लंबे नदी पुलों में से एक होगा. बिहार में नमामि गंगे के तहत लगभग 2 हजार 190 करोड़ रुपए की लागत से विकसित की गई बारह परियोजनाओं का भी उद्घाटन भी पीएम मोदी करेंगे.

विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी बेगूसराय में लगभग 1 लाख 48 हजार करोड़ रुपए की कई तेल और गैस परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. बिहार में लगभग 14 हजार करोड़ रुपए की तेल और गैस क्षेत्र की परियोजनाएं शुरू की जाएंगी. इन परियोजनाओं में तेल, गैस, उर्वरक और रेलवे से समेत कई क्षेत्रों से संबंधित हैं. कुल 39 परियोजनाओं का या तो उद्घाटन किया जाएगा या फिर शिलान्यास होगा. प्रधानमंत्री बरौनी में हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) उर्वरक संयंत्र का उद्घाटन करेंगे. 9 हजार 500 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित ये संयंत्र किसानों को किफायती दर पर यूरिया उपलब्ध कराएगा. उनकी उत्पादकता और वित्तीय स्थिरता में वृद्धि करेगा. ये देश में फिर से चालू होने वाला चौथा उर्वरक संयंत्र होगा. बता दें कि शुक्रवार को पीएम मोदी ने सिंदरी में हर्ल कारखाना का उद्घाटन किया था. मिली जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री यहां छह नई ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे.

गया एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का स्वागत सीएम नीतीश करेंगे
बता दें कि सीएम नीतीश कुमार गया एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे. गया से औरंगाबाद के लिए प्रधानमंत्री मोदी के साथ सीएम नीतीश भी हेलीकॉप्टर से रवाना होंगे और औरंगाबाद के कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके बाद औरंगाबाद से बेगूसराय के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ नीतीश कुमार हेलीकॉप्टर से रवाना होंगे.बेगूसराय के कार्यक्रम में पीएम के साथ नीतीश भी मौजूद रहेंगे. जानकारी के अनुसार, आरएलजेडी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा यहां मंच पर पीएम मोदी के साथ मौजूद रहेंगे. बेगूसराय से पीएम मोदी और नीतीश कुमार एक साथ पटना लौटेंगे और पटना एयरपोर्ट से पीएम नरेंद्र मोदी को नीतीश कुमार विदा करेंगे.

3 मार्च को महागठबंधन की जन विश्वास रैली से पहले पीएम का दौरा
यहां यह भी बता दें कि 3 मार्च को महागठबंधन की जन विश्वास रैली पटना में आयोजित है और राजद ने इसे महारैला का नाम दिया है. बताया जा रहा है कि इसमें यूपी के पूर्व सीएम और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शामिल होंगे. सपा के बिहार युवा के प्रदेश अध्यक्ष धर्मवीर यादव ने जानकारी दी है कि अखिलेश यादव 3 मार्च को 11.30 बजे पटना पहुंचेंगे. जाहिर है महागठबंधन के महारैला से एक दिन पहले पीएम मोदी के बिहार आने के साथ ही राजनीतिक माहौल गर्म हो जाएगा. खास तौर पर पीएम मोदी का यह दौरा लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार की शुरुआत मानी जा रही है.

पीएम मोदी के निशाने पर रहेंगे ये मुद्दे
माना जा रहा है कि पीएम मोदी अपने संबोधन में एक बार फिर राजद के जंगल राज की याद दिला सकते हैं. भ्रष्टाचार, परिवारवाद, तुष्टीकरण पर भी वह बात करेंगे. जाति की सियासत करने वालों से भी जनता को आगाह करेंगे. पीएम मोदी बता सकते हैं कि कैसे विकसित भारत बनने में भ्रष्टाचार, भाई भतीजावाद और तुष्टीकरण बड़ी बाधा है. पीएम फिर से बताएंगे कि उनकी नजर में चार जातियां, गरीब, युवा, किसान और महिला है, जिनके लिए वह काम कर रहे हैं.

एक बार फिर मोदी की गारंटी की होगी बात
माना जा रहा है कि पीएम मोदी एक बार फिर ‘मोदी की गारंटी’ की बात को बुलंद करेंगे. ऐसे में देखने वाली बात होगी कि प्रधानमंत्री के आगमन के बाद बिहार का राजनीतिक रंग कितना बदलता है और आगामी 3 मार्च को इंडिया अलायंस के नेताओं की तरफ से जो रैली होगी, उस दौरान कैसी बयानबाजी चलती है.

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