सासाराम में निर्माणाधीन पार्क के सामने से हटाया गया अतिक्रमण
सासाराम नगर निगम क्षेत्र में रुक-रुक कर कब्ज़ा हटाने की कार्रवाई चल रही है। जहां योजनाओं को धरातल पर उतारना है। वहां से कब्ज़ा हटाया जा रहा है। अमरा तालाब के बाद शुक्रवार को डीएम आवास परिसर के बाहर सीओ और नगर निगम की संयुक्त कार्रवाई में कब्ज़ा हटाया गया।
15 मिनटों में खत्म हुई कार्रवाई
सुबह 10 बजे कब्ज़ा हटाने की कार्रवाई प्रारम्भ की गयी और करीब 15 मिनट बाद कुछ दुकानों को जेसीबी से धकेल कर और दुकानदारों को चेतावनी देकर टीम वापस चली आयी। इसके बाद जिनकी दुकान टूटी हुई थी, वे अपना सामान समेट रहे थे। वहीं, जिनकी दुकानों पर कार्रवाई नहीं हुई थी और चेतावनी देकर छोड़ा गया था, वे ठाट से अपनी दुकान चला रहे थे।
डीएम आवास के सामने निगम बना रहा नाला और पार्क
डीएम आवास के बाहर जीटी रोड पर विद्युत विभाग के कार्यालय तक गैरकानूनी रूप से कब्ज़ा है। हालांकि, कब्ज़ा वहीं तक हटाया जा रहा है, जहां तक नाला और पार्क का निर्माण किया जा रहा है। निगम करीब 15 लाख रुपये खर्च कर डीएम आवास परिसर के बाहर पार्क का निर्माण कर रहा है। लेकिन, अब तक कार्य अधूरा है। नाला निर्माण कर मिट्टी भराई का कार्य कर लिया गया है। लेकिन, इसे अभी तक पार्क का रूप नहीं दिया गया है
दल-बल के साथ पहुंचे सीओ
सुबह आठ बजे कब्ज़ा हटाने के लिए दल-बल के साथ सीओ सुधीर कुमार ओंकारा पहुंचे। इनके साथ निगम की टीम भी थी। पहले चेतावनी दी गयी। उसके बाद दुकानों और शेडों को तोड़ने का कार्य प्रारम्भ किया गया। सीओ ने बोला कि निगम के निर्देश के बाद यहां से कब्ज़ा हटाने की कार्रवाई की गयी है। यदि दोबारा यहां पर दुकानें लगायी जाती हैं, तो फिर से उन्हें हटाया जायेगा। अन्य स्थलों पर कब्ज़ा हटाने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि चुनाव बाद या कम्पलेन मिलने पर कार्रवाई की जायेगी
अमरा-तालाब से हटाया गया था अतिक्रमण
29 अप्रैल को निगम के वार्ड नंबर-44 में अमरा तालाब पर कब्ज़ा को लेकर कार्रवाई की गयी थी। यहां पर निगम के द्वारा शौचालय निर्माण की योजना है। हालांकि, कब्ज़ा हटाने पहुंची टीम को विरोध भी झेलना पड़ा था। यहां के करीब 10 दुकानदारों को नोटिस निगम ने दिया था। उसके बावजूद भी उन्होंने दुकानें नहीं हटायी थी, जिसके बाद कार्रवाई की गयी। हालांकि, इसको लेकर एक दुकानदार ने क्षेत्रीय पार्षद पर इल्जाम भी लगाया था कि बदले की भावना से कार्रवाई की गयी है। इस कार्रवाई को लेकर मेयर ने नगर आयुक्त पर मनमानी का इल्जाम लगाया था