NEET Exam: पटना में पेपर लीक होने की सूचना के बाद FIR दर्ज
भरतपुर एएसपी ने कहा कि एक विद्यालय में एक अभ्यर्थी के जगह पर एक चिकित्सक को परीक्षा देते पकड़ा गया. उसने कहा कि उसके साथ 4-5 लोग हैं, जिनकी किरदार उसे परीक्षा में बैठाने में थी. कुल 6 आरोपियों को अरैस्ट किया गया है. डमी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा देने वाला आदमी एमबीबीएस तृतीय साल का विद्यार्थी है. पुलिस के मुताबिक 10 लाख रुपये में सौदा करने के बाद उसने दूसरे की स्थान पर परीक्षा देने का निर्णय किया था.
पटना में FIR
पटना एसएसपी ने कहा कि NEET परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मुद्दे में पटना पुलिस को सीक्रेट सूचना मिली थी, जिसके आधार पर एक FIR दर्ज की गई है और कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस कई स्थानों पर रेड भी मार रही है.
सवाई माधोपुर से पेपर लीक होने की आशंका
सवाई माधोपुर के आदर्श विद्या मंदिर परीक्षा केंद्र पर हिंदी मीडियम परीक्षार्थियों को अंग्रेजी मीडियम और इंग्लिश मीडियम विद्यार्थियों को हिंदी का पर्चा मिलने के बाद हंगामा मच गया. विद्यार्थियों ने विरोध जाहिर की तो उनके साथ बदसलूकी की गई. इसके बाद परीक्षा छोड़कर विद्यार्थी और उनके परिजन कैंपस में बवाल करने लगे. परीक्षार्थियों ने ओएमआर शीट लेकर विरोध प्रदर्शन किया. समाचार है कि पुलिसवालों ने परीक्षार्थियों के साथ हाथापाई भी की. पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे. इस बीच कई बच्चे पर्चा लेकर परीक्षा केंद्र से बाहर आ गए. विद्यार्थियों को पेपर और ओएमआर मार्कशीट भिन्न-भिन्न दिए गए. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि पेपर पहले ही खोल लिए गए थे और इन्हीं के जरिए पेपर लीक किया गया.
NTA ने क्या कहा?
NEET की परीक्षा आयोजित कराने वाली एजेंसी NTA ने राजस्थान के सवाई मधोपुर में हिंदी मीडियम के विद्यार्थियों को अंग्रेजी माध्यम के पेपर बांटने की बात स्वीकार की है. हालांकि, पेपर लीक होने की खबरों को पूरी तरह से गलत कहा गया है. राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के अनुसार सवाई माधोपुर में गलत पेपर मिलने पर कुछ विद्यार्थियों ने बवाल कर दिया और पर्यवेक्षक को दोबारा पेपर बांटने का मौका नहीं दिया गया. विद्यार्थी पेपर लेकर जबरन बाहर निकल आए, जबकि नियम के मुताबिक परीक्षा समाप्त होने के बाद ही विद्यार्थी बाहर निकल सकते हैं. इन्हीं विद्यार्थियों की वजह से शाम चार बजे के करीब पेपर के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे. हालांकि, तब तक सभी केंद्रों में परीक्षा प्रारम्भ हो चुकी थी और अभ्यर्थी परीक्षा केंद्रों के अंदर थे. ऐसे में पेपर लीक होने की किसी भी आसार से मना किया जाता है. अन्य सभी परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्वक ढंग से परीक्षा हुई. सवाई माधोपुर में भी 120 विद्यार्थियों की परीक्षा थोड़ी देर बार दोबारा प्रारम्भ की गई.
कौन सा पेपर मुश्किल, कौन सा आसान?
छात्रों के लिए NEET पेपर का स्थर मध्यम था. जूलॉजी से जुड़े प्रश्न सबसे सरल थे और फिजिक्स के प्रश्न सबसे अधिक कठिन थे. फिजिक्स में न्यूमेरिकल के प्रश्न काफी लंबे और समय लेने वाले थे. इस वर्ष 24 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने इस परीक्षा के लिए रजिट्रेशन कराया था. यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. ऐसे में इस बार NEET परीक्षा में सबसे अधिक प्रतिस्पर्धा होने की आशा थी. परीक्षा के नतीजे आने के बाद इसकी तस्वीर साफ होगी.