बिहार

पिछले बत्तीस वर्षों से बिहार में जात-पात और धर्म-मजहब की हो रही है राजनीति :संजय कुमार ठाकुर

पूर्वी चंपारण,25नवंबर(हि) बिहार को रसातल में पहुंचाने में सभी सियासी दल समान रूप से उत्तरदायी हैबिहार में व्याप्त गरीबी,अशिक्षा और बेरोजगारी की परेशानी को सभी दलो ने मिलकर विकराल बना दिया हैजिसमे राजद-जदयू और बीजेपी समान रूप से उत्तरदायी है,अब इन दलो को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं हैउक्त बाते जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर ने मोतिहारी स्थित जनसुराज कार्यालय में शनिवार को कही

उन्होंने बोला पिछले बत्तीस सालों से बिहार में जात-पात और धर्म-मजहब की राजनीति हो रही है पन्द्रह सालों तक लालू यादव-राबड़ी देवी की गवर्नमेंट ने जात-पात की राजनीति कर जंगल राज चलाया, तो नीतीश कुमार ने सांप्रदायिकता फैला कर सत्ता हथियाने वाली बीजेपी के साथ मिलकर बिहार को रसातल में पहुंचा दिया इन तीनों दलों की सरकारो ने बिहार में गरीबी, अशिक्षा, बेरोजगारी को बढाया है उन्होने कह कि इतने लंबे समय तक सत्ता में रहने के बाबजूद इन सरकारो ने बिहार में कोई कल कारखाना नहीं खोला,गया और ना ही शिक्षा की सुदृढ़ प्रबंध की गई

ठाकुर ने बोला कि दस सालों से राष्ट्र में बीजेपी की गवर्नमेंट चल रही है लेकिन प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को बिहार और बिहारियों की दुर्दशा आज तक नहीं दिखाई दी पन्द्रह सालों तक बीजेपी के समर्थन से जदयू के नीतीश कुमार की गवर्नमेंट चलती रही, लेकिन एक भी बड़ा कारखाना नहीं खोला गया जबकि गुजरात में रोज नये कारखाने लगाए जा रहे हैं ढ़ाई करोड़ बिहारी यहां से पलायन कर राष्ट्र के दूसरे प्रदेशों में मजदूरी कर रहे हैं, जहां अपमान और जिल्लत की जीवन जीने को विवश हैं

उन्होने बोला कि बिहार में एक बड़े परिवर्त्तन को लेकर जन सुराज के प्रणेता प्रशांत किशोर गांवों में पदयात्रा कर रहे हैं जहां लोगो की भारी उमड़ रही हैजिससे यह साफ होता है,कि जनता सब कुछ समझने लगी है उन्होने बोला कि जन सुराज बिहार में तीसरा सियासी विकल्प के रूप में स्थापित हो रहा है मौके पर जिला प्रवक्ता रवीश मिश्रा,डॉ मंजर नसीम, ई अजय कुमार आजाद, जिला अध्यक्ष वीर प्रसाद महतो, महासचिव जयमंगल कुशवाहा, जिला स्त्री अध्यक्ष विभा शर्मा, सिकरहना अनुमंडल अध्यक्ष मुन्ना सिंह, सिकरहना के प्रवक्ता साहेब राज, हरसिद्धि प्रवक्ता डाक्टर इस्माइल अंसारी आदि उपस्थित थे

Related Articles

Back to top button