Patna में भीषण गर्मी एवं लू से बचाव के लिए जिलाधिकारियों को सजग एवं सतर्क रहने का दिया गया निर्देश
बिहार न्यूज़ डेस्क पटना प्रमंडल के आयुक्त कुमार रवि ने भयंकर गर्मी एवं लू से बचाव के लिए प्रमंडल के सभी जिलाधिकारियों को सजग एवं सावधान रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी को लू आपदा राहत टास्क फोर्स को पूर्णत एक्टिव रखने और बच्चों, स्त्रियों एवं वृद्धजनों के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखने के निर्देश दिए।
प्रमंडल के अंन्तर्गत सभी जिलों-पटना, नालन्दा, भोजपुर, रोहतास, बक्सर एवं कैमूर के जिलाधिकारियों को दिए निर्देश में आयुक्त ने बोला कि तापमान में सामान्य से अधिक वृद्धि के कारण जिलों में भयंकर गर्मी के साथ लू चलने की आसार रहती है। इसके कारण जन-जीवन प्रभावित होता है। आम जनता को स्वास्थ्य तथा पेयजल संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। विशेषकर छोटे बच्चों, स्कूली बच्चों, गर्भवती एवं धात्री स्त्रियों एवं कार्य के लिए घर से बाहर निकलने वाले लोगों को काफी समस्याएं आती हैं।
आयुक्त ने बोला कि लू से क्षति को रोकने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया के मुताबिक प्रशासन और आमजन के स्तर पर सतर्कता की आवश्यकता है। गर्म हवाएं तथा लू से बचाव के लिए हीट वेब एक्शन प्लान का सफल क्रियान्वयन करने और सभी जिलों में जिलास्तरीय लू आपदा राहत टास्क फोर्स को एक्टिव रखने के साथ ही आम लोगों को क्या करें, क्या न करें के बारे में नियमित तौर पर सतर्क करें।
प्रमंडलीय आयुक्त के निर्देश
● सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों/रेफरल अस्पतालों/सदर अस्पतालों/अनुमंडलीय अस्पतालों/मेडिकल कॉलेजों में लू से प्रभावितों के उपचार हेतु विशेष प्रबंध की जाए।
● शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक जगहों पर प्याऊ की प्रबंध सुनिश्चित करें। खराब चापाकलों की मरम्मत युद्धस्तर पर की जाए।
● सभी विद्यालयों एवं परीक्षा केन्द्रों में पेयजल, ओआरएस की प्रबंध सुनिश्चित करें।
● सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पेयजल की प्रबंध करें।
● सरकारी ट्यूबवेल के नजदीक अथवा अन्य स्थानों पर गड्ढा खुदवा कर पानी जमा करें ताकि पशु-पक्षियों को पानी मिल सके।
● पंचायतों में लू चलने के दौरान ‘क्या करें क्या न करें’ का प्र-प्रसार कराया जाए।
● लू से बचाव हेतु श्रमिकों की कार्य अवधि को लचीला किया जा सकता है।
कार्यस्थल पर पेयजल की प्रबंध तथा लू लगने पर प्राथमिक उप की प्रबंध की जाए।
● लू चलने की अवधि में जहां तक संभव हो वाहनों का परिचालन कम से कम करना चाहिए।
● बिजली के ढीले तारों को ठीक करवाने की प्रबंध की जाए। बिना रुकावट बिजली आपूर्ति की प्रबंध करें।
● गर्म हवाएं/लू से बचाव के तरीका से संबंधित सूचना, शिक्षा एवं सं (आईईसी) सामग्री का प्र-प्रसार कराया जाय। पंचायतों, गांवों, थानों, प्रखंडों, पीएचसी एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों पर होर्डिंग-फ्लेक्स के माध्यम से प्र कराएं।
● गर्मियों के दिनों में लू चलने से वन्य जीव भी प्रभावित होते हैं। अत वन्य जीव उद्यानों तथा अभयारण्यों में पानी की प्रबंध की जाए। वन्य जीव उद्यानों में जानवरों के पिंजड़ों को ठंडा रखने की प्रबंध की जाए।
● अगलगी की घटनाओं में भी वृद्धि होने की आसार रहती है। उनकी रोकथाम के लिए विभागीय मानक संचालन प्रक्रियानुसार कार्रवाई सुनिश्चित करें।
● गर्म हवाएं एवं लू से बचाव हेतु जिला-स्तर पर नज़र के लिए डैशबोर्ड/इन्टरफेस बनाया जाए। इसके माध्यम से बल्क एसएमएस भेजने की प्रबंध की जाए।