सहरसा में निरीक्षण के दौरान रेल जीएम को मिली कई अनियमितताएं, चार अधिकारियों पर गिरी गाज
सहरसा। पूर्व मध्य रेलवे के रेल महाप्रबंधक के निरीक्षण के दौरान सहरसा जंक्शन पर मिली अनियमितता के कारण चार ऑफिसरों पर गाज गिरी है। सहरसा स्टेशन अधीक्षक सहित जंक्शन पर तैनात तीन अन्य रेल ऑफिसरों को तुरन्त सस्पेंड कर दिया गया। बीते मंगलवार को इन सभी ऑफिसरों को रेल महाप्रबंधक के निर्देश पर समस्तीपुर डिवीजन तलब किया गया था। बुधवार को सहरसा स्टेशन अधीक्षक मनोज कुमार, सीएचआई चंदन कुमार चौहान, डीसीआई सुशील कुमार बरियार एवं आइओडब्लू मनोज कुमार को निलंबित कर सस्पेंड ऑर्डर दे दिया गया है। इन सभी को अभी समस्तीपुर में ही रहने का निर्देश दिया गया है। इन सभी पर भिन्न-भिन्न संबंधित विभागों के उच्च ऑफिसरों ने कार्रवाई की है। निरीक्षण के दौरान इन चारों ऑफिसरों के कार्यों में अनियमितता पायी गयी थी।
न फ्लैश काम कर रहा था ना चार्जिंग पॉइंट ही काम कर रहा था
रेल ऑफिसरों के अनुसार जांच प्रक्रिया में कोई बाधा उत्पन्न ना हो इसलिए चारों को सस्पेंड किया गया है। फारबिसगंज से रेलखंड का निरीक्षण करते रेल महाप्रबंधक अनिल कुमार खंडेलवाल सहरसा जंक्शन पहुंचे थे। स्पेशल ट्रेन से उतरते ही रेल महाप्रबंधक एवं समस्तीपुर डिवीजन के डीआरएम विनय कुमार श्रीवास्तव संबंधित विभाग के उच्च ऑफिसरों के साथ सीधे प्रतीक्षालय निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। इसके बाद शौचालय में फ्लैश काम नहीं कर रहा था। दरवाजा टूटा पड़ा था। इसके अलावे उच्च श्रेणी के प्रतीक्षालय में चार्जिंग पॉइंट भी काम नहीं कर रहा था।
यात्रियों ने की थी शिकायतें
इस दौरान यात्री ने भी इन सभी चीजों को लेकर रेल महाप्रबंधक को कम्पलेन की थी। कार्यों के प्रति उत्तरदायी नहीं देखते हुए रेल महाप्रबंधक ने सहरसा स्टेशन अधीक्षक सहित तीनों रेल ऑफिसरों पर कार्रवाई की है। स्टेशन अधीक्षक कार्यालय के पास ही प्रतीक्षालय है। इसके बाद भी स्टेशन अधीक्षक को कुछ भी मालूम नहीं था। वहीं डीआरएम ने प्रतीक्षालय में यात्रियों के टिकट की भी जांच की। इस दौरान कई गैरकानूनी यात्री भी प्रतीक्षालय में पाये गये। जिस कारण संबंधित विभाग के अधिकारी को सस्पेंड किया गया।
दिनेश होंगे सहरसा के स्टेशन अधीक्षक
सहरसा स्टेशन अधीक्षक मनोज कुमार को तुरन्त रूप से निलंबित करने के बाद दिनेश कुमार को स्टेशन अधीक्षक बनाया गया है। हालांकि पूर्व में भी दिनेश कुमार सहरसा के स्टेशन अधीक्षक थे। लेकिन बीमार होने के बाद लंबी छुट्टी पर जाने के कारण मनोज कुमार को तुरन्त स्टेशन अधीक्षक बनाया गया था। मनोज कुमार के निलंबित होने के बाद दिनेश कुमार को फिर से सहरसा जंक्शन का स्टेशन अधीक्षक बनाया गया।
16 घंटे में 558515 राजस्व वसूली
समस्तीपुर मंडल द्वारा बिना टिकट यात्रा पर रोकथाम के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। जिससे बिना टिकट मुनासिब प्राधिकार के यात्रा करने वाले यात्रियों को निरूत्साहित किया जा सके। इसी क्रम में बीते मंगलवार को समस्तीपुर मंडल के विभिन्न खंडों पर सुबह छह बजे से रात्रि 11 बजे तक 16 घंटे तक विशेष टिकट जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान ऑफिसरों की भिन्न भिन्न टीम लगी रही। जिसमें लगभग 240 टिकट जांच कर्मी, आरपीएफ जवान शामिल थे। स्टेशन एवं ट्रेनों में विशेष टिकट जांच अभियान चलाया गया।
सिर्फ सहरसा में पांच लाख 58 हजार 515 रूपये वसूले
बताया जाता है कि केवल सहरसा में 630 मुद्दे में पांच लाख 58 हजार 515 रूपये रेल राजस्व की प्राप्ति हुई। वहीं पूरे रेल मंडल में बिना टिकट बिना मुनासिब प्राधिकार के कुल 8277 मामलों में जुर्माने के रूप में 67.72 लाख की राशि प्राप्त हुई। वहीं समस्तीपुर मंडल ने अपने पुराने रिकॉर्ड 67.68 लाख को तोड़कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। इस अभियान के दौरान मंडल के समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, रक्सौल, नरकटियागंज, बापूधाम मोतिहारी, जयनगर, सीतामढ़ी सहित अन्य स्टेशनों पर मुख्य रूप से टिकट जांच किया गया।
सेफ्टी ऑफिसर सहित चार सदस्यीय टीम करेगी जांच
आनंद विहार से सहरसा आ रही पुरबिया एक्सप्रेस में आग लगने की घटना की जांच के लिए डिवीजन स्तर पर चार सदस्यीय टीम गठित की गयी है। डीआरएम के निर्देश पर जांच के लिए यह टीम गठित की गयी है। सेफ्टी ऑफिसर के रूप में डीएसओ को नियुक्त किया गया है। वहीं टीम में शामिल एओएम प्लानिंग, आरपीएफ अस्सिटेंट कमांडेंट एसीएम एवं सहरसा के एएमइ शामिल हैं। जल्द ही जांच रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
बीते दिनों लगी थी आग
बीते मंगलवार को आनंद विहार से सहरसा आ रही पुरबिया एक्सप्रेस जब सिमरी बख्तियारपुर पहुंची थी तो प्रारंभिक जांच में ब्रेक वेंडिंग की वजह से स्लीपर कोच संख्या एस फोर में पहिए के नीचे से तेज चिंगारी निकल रही थी। जिससे तेज आग की लपट बन गयी। आनन फानन में सभी यात्रियों को सुरक्षित नीचे उतारा गया। स्टेशन अधीक्षक अजय कुमार, स्टेशन मास्टर राजेश कुमार सहित अन्य रेल कर्मचारी सुरेंद्र, नितेश, राजकुमार के योगदान से तैनात अन्य कर्मचारियों ने स्टेशन पर रखी फायर यंत्र से 15 मिनट में आग पर काबू पा लिया। इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। वहीं दमकल की वाहन भी स्टेशन पहुंच गयी थी।
दो महीने में यह दूसरी घटना
सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन के पास दो महीना में पुरबिया एक्सप्रेस में यह दूसरी घटना है। बीते अक्टूबर महीना में सहरसा से आनंद विहार जा रही पुरबिया एक्सप्रेस जब सिमरी बख्तियारपुर के आउटर सिग्नल पर पहुंची थी तो ब्रेक वेंडिंग की वजह से एसी कोच के नीचे तेज चिंगारी निकलने लगी थी। इसके बाद तैनात रेल कर्मचारियों ने वैक्यूम कर ट्रेन को आउटर सिग्नल पर रोक दी थी एवं यात्रियों को सुरक्षित नीचे उतारा गया था।
कहते हैं अधिकारी
समस्तीपुर डिवीजन के डीआरएम विनय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि मंगलवार को जो पुरबिया एक्सप्रेस में तेज चिंगारी निकली थी। इस घटना की जांच के लिए सेफ्टी ऑफिसर सहित चार ऑफिसरों की टीम तैयार की गयी है। जल्द ही जांच रिपोर्ट सामने आयेगी।