शराब मामले में कोर्ट में पेश हुए दो बैल, बैलों का क्या कसूर…
बिहार में शराबबंदी के बीच आए दिन शराब स्मग्लर नए-नए ढंग से शराब स्मग्लिंग का कोशिश कर रहे हैं। दूसरी ओर पुलिस लगातार कार्रवाई भी इन शराब तस्करों के विरुद्ध करती रही है और आए दिन शराब के खेप पकड़े जाते हैं। शराब के साथ पकड़ाए गए वाहनों को भी बरामद किया जाता है। लेकिन गोपालगंज में पुलिस की कार्रवाई का ऐसा मुद्दा सामने आया है जिसमें पुलिस को दो बैलों को बरामद करके न्यायालय में पेश करना पड़ गया और अब इन दोनों बैलों की नीलामी की तैयारी चल रही है।
कोर्ट में पेश किए गए शराब मुद्दे में बरामद बैल
गोपालगंज में दो बैल हीरा और मोती से उसका मालिका शराब ढुलाई का अवैध काम करा रहा था। उत्पाद टीम की छापेमारी के दौरान मालिक बैलगाड़ी को छोड़कर फरार हो गया, लेकिन शराब से भरी बैलगाड़ी को उत्पाद पुलिस ने बरामद कर लिया। शराब बरामद करने के बाद उत्पाद विभाग के ऑफिसरों ने बैलों को न्यायालय में पेश किया। उत्पाद स्पेशल न्यायालय ने दोनों बैलों को ठीक ढंग से खिलाने-पिलाने का व्यवस्था करने का निर्देश दिया। वहीं अब नीलामी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद बैलगाड़ी और दोनों बैलों को नीलाम किया जायेगा।
बैलों ने खाना-पीना त्यागा
कोर्ट के आदेश के बाद बेजुबान इन दोनों बैलों को उत्पाद विभाग के मालखाना परिसर में रखा गया है, जहां दोनों ने खाना-पीना तक छोड़ दिया है। बैलों को मायूस देख उत्पाद विभाग के ऑफिसरों ने पशुपालन विभाग के कर्मियों और डॉक्टर को बुलवाकर जांच करायी और जिम्मेनामा पर देने के लिए पशुपालक किसान को ढूंढना प्रारम्भ कर दिया है।
यूपी से बिहार नदी के रास्ते पहुंची थी शराब
गोपालगंज की उत्पाद टीम को सूचना मिली कि जादोपुर थाना क्षेत्र के दियारा क्षेत्र में बैलगाड़ी से शराब की स्मग्लिंग हो रही है। उत्पाद अधीक्षक अमृतेश कुमार ने टीम गठित कर छापेमारी की और जादोपुर थाना क्षेत्र के पतहरा बांध के पास से शराब से भरी बैलगाड़ी को बरामद कर लिया। बरामद बैलगाड़ी से 963 लीटर शराब बरामद की। हालांकि स्मग्लर नदी के रास्ते से होकर फरार हो गये। दोनों बैलों को उत्पाद टीम स्वयं से गाड़ीवान बनकर मालखाना लेकर आयी और उत्पाद स्पेशल न्यायालय में बैलों को पेश किया।