अब बुढ़ापे में घर बैठे मिलेंगे पैसे, नहीं देना पड़ेगा टैक्स
Reverse Mortgage Scheme: बुढ़ापे के लिए हर कोई पैसा बचाना चाहता है लेकिन महंगाई इतनी है कि ऐसा होना कठिन है। बच्चों की पढ़ाई और घर का खर्चा इतना हो जाता है कि बचत के लिए पैसा बच ही नहीं पाता। बचत का पैसा बचता नहीं और देखते-ही-देखते बुढ़ापा आ जाता है। इस बीच एसबीआई रिटायर लोगों के लिए खास स्कीम लेकर आया है। अब बुढ़ापे में घर बैठे पैसे भी मिलेंगे और किसी तरह का टैक्स भी नहीं देना पड़ेगा।
शुरू की रिवर्स मॉर्गेज योजना
जो बुजुर्ग रिटायरमेंट के लिए पैसा नहीं बचा पाए अब सरकारी बैंक उन्हें पैसे देगा। इस स्कीम के अनुसार तय उम्र के बाद वाले बुजुर्गों को घर बैठे पैसे दिए जाएंगे ताकि वह अपने रोजमर्रा के खर्चे पूरे कर पाएं और उपचार भी करा पाएं। सबसे अच्छी बात तो यह है कि न तो यह पैसा वापिस मांगा जाएगा और न ही इसपर कोई टैक्स लिया जाएगा
कैसे काम करती है यह योजना?
सरकारी बैंक एसबीआई की यह स्कीम बुजुर्गों के लिए बनाई गई है जिसमें लोगों की रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी के बदले पैसे दिए जाते हैं। हालांकि इस स्कीम के पूरे टाइम में उस प्रॉपर्टी का पूरा मालिकाना अधिकार बुजुर्ग के पास ही रहेगा और न ही उन्हें घर से निकाला जाएगा। इसपर कोई ईएमआई भरने की भी आवश्यकता नहीं होगी।
खास बातें
- रिवर्स मॉर्गेज लोन लेने के लिए प्रॉपर्टी आवेदक के नाम पर हो और उसपर कोई ऋण नहीं होना चाहिए।
- लोन लेने के लिए जिस प्रॉपर्टी का इस्तेमाल हो रहा हो वो 20 वर्ष से पुरानी नहीं होनी चाहिए।
- प्रॉपर्टी पर बुजुर्ग कम से कम 1 वर्ष से रहने वाला होना चाहिए।
- अगर उस प्रॉपर्टी पर पहले से होम लोन चल रहा है तो एनओसी देना महत्वपूर्ण है।
- लोन प्रॉपर्टी के आधार पर ही तय किया जाता है।
- इनकम टैक्स की धारा 10(43) के अनुसार मॉर्गेज लोन की अमाउंट पूरी तरह टैक्स फ्री है।
- यह लोन ज्यादा-से-ज्यादा 15 वर्षों के लिए ही है।
एसबीआई की यह स्कीम 62 वर्ष से अधिक की उम्र वाले बुजुर्गों के लिए है। पत्नी की उम्र कम-से-कम 55 होनी चाहिए। आप इस योजना के अनुसार पैसे हर महीने सैलरी की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।