इस कंपनी के पास मोटरसाइकिल्स और स्कूटर्स की हैं बड़ी रेंज
बड़ी टू-व्हीलर कंपनियों में शामिल होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इण्डिया (HMSI) की फरवरी में सेल्स वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 86 फीसदी बढ़ी है. पिछले महीने कंपनी ने 4,85,711 यूनिट्स बेची हैं. पिछले साल के इसी महीने में यह सेल्स 2,47,195 यूनिट्स की थी. कंपनी ने कहा कि राष्ट्र में उसकी होलसेल्स 4,13,967 यूनिट्स की रही है. पिछले साल फरवरी में यह 2,27,084 यूनिट्स की थी.
जापान की इस कंपनी के पास मोटरसाइकिल्स और स्कूटर्स की बड़ी रेंज है. स्कूटर के बाजार में यह Activa के साथ कई सालों में पहले जगह पर है. कंपनी की सेल्स में रूरल डिमांड का बड़ा सहयोग है. HMSI को आशा है कि आनें वाले महीनों में भी टू-व्हीलर सेगमेंट में ग्रोथ की रफ्तार बरकरार रहेगी.
हाल ही में HMSI ने SP125 स्पोर्ट्स एडिशन मोटरसाइकिल लॉन्च की थी. इसका प्राइस 90,567 रुपये (एक्स-शोरूम, दिल्ली) है. यह राष्ट्र भर में होंडा रेड विंग डीलरशिप्स पर मौजूद होगी. इस मोटरसाइकिल में पहले से बेहतर टैंक डिजाइन, मैट मफलर कवर और नए ग्राफिक्स दिए गए हैं. यह Decent Blue Metallic और Heavy Grey Metallic कलर्स में मौजूद होगी. इसमें ब्राइट LED हेडलैम्प, फुली डिजिटल इंस्ट्रूमेंट कंसोल दिया गया है. इसके इंस्ट्रूमेंट कंसोल में गियर पोजिशन इंडिकेटर के साथ माइलेज से जुड़ी जानकारी भी मिलेगी. SP125 स्पोर्ट्स एडिशन में 123.94 cc, सिंगल सिलेंडर BS 6, OBD2 कम्प्लायंट PGM-FI इंजन है, जो 8 kW की पावर और 10.9 Nm का टॉर्क जेनरेट करता है. कंपनी इसके साथ स्पेशल 10 साल की वॉरंटी दे रही है जिसमें तीन साल की स्टैंडर्ड वॉरंटी और सात साल की वैकल्पिक वॉरंटी शामिल है.
इंटरनेशनल ऑटोमोबाइल कंपनी Honda ने इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल्स और मोपेड बनाने में 3.4 अरब $ का निवेश करने की योजना बनाई है. दुनिया के बड़े टू-व्हीलर्स मेकर में से एक होंडा की योजना इस दशक के अंत तक 30 नए इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर लॉन्च करने की है. कंपनी का इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल्स की कॉस्ट को भी घटाने का लक्ष्य है. कंपनी ने एक स्टेटमेंट में कहा था कि वह अपनी मोटरसाइकिल्स के इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए वह 2025 तक लगभग 70 करोड़ $ का निवेश करेगी. इसके बाद 2030 तक लगभग 2.7 अरब $ लगाए जाएंगे. होंडा ने 2030 तक अपनी ग्लोबल सेल्स का लक्ष्य भी बढ़ाकर 40 लाख यूनिट्स किया है. कंपनी की योजना आरंभ में अपने इंटरनल कम्बश्चन इंजन वाले मॉडल्स के लिए मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल करने की है.