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‘एलन मस्क भारत के समर्थक’, प्रधानमंत्री मोदी बोले…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोला कि एलन मस्क हिंदुस्तान के समर्थक हैं. न्यूज एजेंसी मीडिया को दिए साक्षात्कार में जब पीएम से टेस्ला के CEO एलन मस्क के हिंदुस्तान आने से जुड़ा प्रश्न किया गया. तब पीएम ने कहा- एलन मस्क का मोदी का समर्थक होना एक बात है, लेकिन मूल रूप से वह हिंदुस्तान के समर्थक हैं.

मैं हिंदुस्तान में इन्वेस्टमेंट चाहता हूं. पैसा किसी का भी हो, पसीना मेरे राष्ट्र का लगना चाहिए. उसके अंदर सुगंध मेरे राष्ट्र की मिट्टी की आनी चाहिए, ताकि मेरे राष्ट्र के नौजवानों को रोजगार मिल सके.

दिल्ली और मुंबई में अपने शोरूम के लिए स्थान तलाश कर रही टेस्ला
एलन मस्क की इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) बनाने वाली कंपनी टेस्ला ने नयी दिल्ली और मुंबई में अपने शोरूम के लिए स्थान तलाश करना प्रारम्भ कर दिया है. इकोनॉमिक्स टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है.

रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला अपने शोरूम के लिए 3,000-5,000 स्क्वेयर फीट की स्थान तलाश रही है. साथ ही वह इन शहरों में सर्विस हब भी बनाना चाहती है. कंपनी इस वर्ष के अंत तक हिंदुस्तान में अपनी बिक्री प्रारम्भ करने की योजना बना रही है.

अगले सप्ताह हिंदुस्तान आने वाले हैं मस्क
एलन मस्क अगले सप्ताह हिंदुस्तान आने वाले हैं. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से 4 दिन पहले कहा था कि मस्क की हिंदुस्तान विजिट 22 से 27 अप्रैल के बीच हो सकती है. इसके बाद मस्क ने 10 अप्रैल की रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा,’भारत में पीएम मोदी से मुलाकात को लेकर उत्सुक हूं.

हालांकि, मस्क हिंदुस्तान कब आने वाले हैं इसके बारे में अभी तक ऑफिशियल रूप से जानकारी नहीं दी गई है.

मोदी और मस्क अब तक 2 बार मिल चुके हैं
मस्क की यह पहली हिंदुस्तान यात्रा होगी. मस्क इस दौरान हिंदुस्तान में टेस्ला के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का घोषणा भी कर सकते हैं. मोदी और मस्क अब तक 2 बार मिल चुके हैं. दोनों कि 2015 में कैलिफोर्निया में टेस्ला फैक्ट्री में मुलाकात हुई थी. इसके बाद जून 2023 में दोनों न्यूयॉर्क में मिले थे.

भारत में 2-3 बिलियन $ का निवेश करेंगे मस्क
CNBC-TV18 ने कहा था कि एलन मस्क हिंदुस्तान में 2-3 बिलियन $ का निवेश करने के प्लान की घोषणा करेंगे. टेस्ला न सिर्फ़ हिंदुस्तान के लिए कारों की मैन्युफैक्चरिंग करना चाहती है, बल्कि यहां से उन्हें ग्लोबल बाजार में एक्सपोर्ट भी करना चाहती है.

इसके अतिरिक्त मस्क हिंदुस्तान में जल्द ही सैटेलाइट बेस्ड ब्रॉडबैंड सर्विसेज भी प्रारम्भ कर सकते हैं. CNBC-TV18 ने कहा कि स्टारलिंक के लिए रेगुलेटरी अप्रूवल्स फाइनल स्टेज में है और कंपनी को जल्द ही लाइसेंस मिलने की आशा है.

मस्क बोले- हिंदुस्तान में भी दूसरे राष्ट्र की तरह EV होनी चाहिए
मस्क ने इस सप्ताह X पर बोला था कि हिंदुस्तान में इलेक्ट्रिक कारें होनी चाहिए जैसे कि हर दूसरे राष्ट्र में हैं. हिंदुस्तान में टेस्ला इलेक्ट्रिक व्हीकल मौजूद कराना महत्वपूर्ण हो गया है. मस्क ऐसे समय हिंदुस्तान आ रहे हैं, जब यहां चुनाव होने हैं. वहीं इस समय अमेरिकी और चीनी बाजारों में ईवी डिमांड धीमी हुई है. चीनी व्हीकल्स से भी टेस्ला को कॉम्पिटिशन मिल रहा है.

कार मैन्युफैक्चरिंग और बैटरी स्टोरेज प्लांट लगाना चाहती है टेस्ला

  • 3 अप्रैल को ब्रिटेन के फाइनेंशियल टाइम्स ने कहा था कि टेस्ला इस महीने हिंदुस्तान में एक टीम भेजेगी, जो राष्ट्र में 2 से 3 बिलियन $ (₹16 हजार करोड़ से ₹25 हजार करोड़) के इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए स्थान की तलाश करेगी.
  • रिपोर्ट में कहा गया था कि इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए टीम का फोकस महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु जैसे ऑटोमोटिव हब वाले राज्यों पर होगा. इसकी वजह इन राज्यों के पोर्ट (बंदरगाह) हैं, जहां से कारों का एक्सपोर्ट सरल होगा.
  • टेस्ला हिंदुस्तान में इलेक्ट्रिक कार के साथ बैटरी स्टोरेज सिस्टम भी बनाना और बेचना चाहती है. कंपनी ने इसके लिए भारतीय ऑफिसरों के पास एक प्रपोजल दिया था.

2022 में टेस्ला और गवर्नमेंट के बीच नहीं बनी थी बात

  • 2022 में टेस्ला ने हिंदुस्तान आने की ख़्वाहिश जताई थी, लेकिन तब कंपनी और गवर्नमेंट के बीच बात नहीं बन पाई थी. टेस्ला ने गवर्नमेंट से पूरी तरह से असेंबल गाड़ियों पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को 100% से घटाकर 40% करने की मांग की थी.
  • कंपनी चाहती थी कि उसकी गाड़ियों को लग्जरी नहीं बल्कि इलेक्ट्रिक व्हीकल माना जाए, लेकिन गवर्नमेंट ने बोला था कि दूसरे राष्ट्रों से इंपोर्ट किए जाने वाले किसी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर इंपोर्ट ड्यूटी माफ या कम करने का कोई भी इरादा नहीं है.
  • सरकार ने बोला था कि यदि टेस्ला हिंदुस्तान में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का कमिटमेंट करती है तो इंपोर्ट पर छूट देने पर विचार किया जाएगा. हालांकि मस्क चाहते थे कि पहले हिंदुस्तान में कारों की बिक्री की जाए, इसके बाद प्लांट लगाने पर विचार किया जाएगा.
  • 27 मई 2022 को भी एक ट्वीट में रिप्लाई करते हुए एलन मस्क ने बोला था, ‘टेस्ला ऐसे किसी लोकेशन पर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं लगाएगी जहां उसे पहले से कारों को बेचने और सर्विस की परमिशन नहीं है.

पिछले वर्ष नवंबर में टेस्ला फैक्ट्री पहुंचे थे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल

गोयल ने टेस्ला की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी में कार के बारे में जानकारी ली थी और वहां काम करने वाले भारतीय इंजीनियर्स से मिले थे.

पिछले वर्ष नवंबर में कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने कैलिफोर्निया में टेस्ला की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी विजिट की थी. हालांकि इस दौरान एलन मस्क उपस्थित नहीं थे. उन्होंने X पर लिखा था- ‘आपका टेस्ला में आना सम्मान की बात है! आज कैलिफोर्निया नहीं आ पाने के लिए मुझे खेद है, लेकिन मैं फ्यूचर डेट में मीटिंग की आशा रखता हूं.

पीयूष गोयल ने फोटोज़ शेयर करते हुए X पर लिखा- ‘प्रतिभाशाली भारतीय इंजीनियरों और फाइनेंस प्रोफेशनल्स को सीनियर पोजिशन पर काम करते हुए और टेस्ला की रिमार्केबल जर्नी में सहयोग करते हुए देखकर बहुत खुशी हुई.‘ गोयल ने कहा- ‘एलन मस्क की मैग्नेटिक प्रेजेंस को मिस किया और मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.

अभी टेस्ला की चार इलेक्ट्रिक कारें
अमेरिकन बाजार में अभी टेस्ला की चार इलेक्ट्रिक कारें बेची जा रही हैं. इनमें मॉडल S, मॉडल 3, मॉडल x और मॉडल Y शामिल हैं. इनमें मॉडल 3 का रियल व्हील ड्राइव वैरिएंट सबसे सस्ता है. अमेरिका में इसकी मूल्य 38,990 $ (करीब 32.48 लाख रुपए) है.

भारत में अभी EV की सिर्फ़ 2% हिस्सेदारी
भारत का ईवी बाजार अभी छोटा है लेकिन तेजी से बढ़ रहा है. यहां अभी क्षेत्रीय कार निर्माता टाटा मोटर्स का दबदबा है. 2023 में कुल कार बिक्री में ईवी की हिस्सेदारी केवल 2% थी. गवर्नमेंट का इसे 2030 तक 30% तक पहुंचाने का लक्ष्य है.

 

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