टोयोटा की कारें भी होंगी महंगी, इनपुट कॉस्ट बढ़ने के चलते कंपनियां बढ़ा रही दाम
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (TKM) ने अपने कुछ चुनिंदा मॉडल्स की कीमतें बढ़ाने का निर्णय किया है. कंपनी के मुताबिक यह बढ़ोतरी 1% की होगी. टोयोटा ने बढ़ती इनपुट कॉस्ट और ऑपरेशनल कॉस्ट को मूल्य में बढ़ोतरी को इसकी वजह कहा है. नयी कीमतें 1 अप्रैल से गाड़ियों के भिन्न-भिन्न मॉडल और वैरिएंट के मुताबिक भिन्न-भिन्न लागू होंगी.
कंपनी ने अपने बयान में बोला कि वह एक अप्रैल से अपने कुछ मॉडलों की कीमतें बढ़ाने की योजना बना रही है. टोयोटा के पास हैचबैक ग्लैंजा से लेकर प्रीमियम स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (SUV) फॉर्च्यूनर जैसी गाड़ियों की रेंज है. इनकी मूल्य 6.86 लाख रुपए से 51.44 लाख रुपए तक है.
नया फाइनेंशियल ईयर (FY) प्रारम्भ होते ही ऑटो कंपनियां अपनी गाड़ियों की कीमतें बढ़ाती हैं. अपकमिंग FY25 को देखते हुए कार कंपनियों ने अपनी कारों की कीमतें बढ़ाने की घोषणा की है.
मारुति, हुंडई, टाटा और महिंद्रा ने कीमतें बढ़ाने के लिए अभी कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी नहीं किया है, लेकिन आशा है ये कंपनियां जल्द ही अपनी कारों की प्राइस बढ़ाएंगी.
कार मैन्युफैक्चरर किआ इण्डिया ने 21 मार्च को अपने सभी व्हीकल्स के मूल्य 3% तक बढ़ाने का घोषणा किया था. बढ़े हुए मूल्य 1 अप्रैल 2024 से कारगर होंगे. कंपनी ने कमोडिटी लागत और सप्लाई चेन से जुड़ी इनपुट में बढ़ोतरी के चलते यह निर्णय लिया.
किआ ने इस वर्ष पहली बार कीमतों में परिवर्तन किया है. बढ़ी हुई कीमतों के लागू हो जाने के बाद कंपनी की सबसे फेमस कार सेल्टोस की मूल्य करीब ₹32,697 तक बढ़ सकती है. वहीं, सोनेट की मूल्य में ₹23,970 और कैरेंस की मूल्य में ₹31,347 की बढ़ोतरी हो सकती है.
टाटा मोटर्स ने 7 मार्च को अपने कॉमर्शियल व्हीकल्स की कीमतों में 2% की बढ़ोतरी करने का घोषणा किया है. नयी कीमतें 1 अप्रैल से गाड़ियों के भिन्न-भिन्न मॉडल और वैरिएंट के मुताबिक भिन्न-भिन्न लागू होंगी.
भारत की सबसे बड़ी कॉमर्शियल व्हीकल मैन्युफैक्चरर टाटा मोटर्स ने एक्सचेंज फाइलिंग में बोला कि इनपुट कॉस्ट बढ़ने के चलते कीमतें बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. इससे पहले टाटा मोटर्स ने 1 जनवरी से कॉमर्शियल व्हीकल्स की कीमतों में 3% की बढ़ोतरी की थी.