पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए प्रमुख सुधारों में समर्थन देने को तैयार : IMF
वाशिंगटन . अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) नकदी संकट से जूझ रहे पाक को उसकी आर्थिक स्थिति को सुधारने तथा स्थिर करने में सहायता के लिए प्रमुख सुधारों में समर्थन देने को तैयार है. आईएमएफ में पश्चिम एशिया और मध्य एशिया विभाग के निदेशक ने जिहाद अज़ोर ने आईएमएफ और विश्व बैंक की एक बैठक के मौके पर पत्रकारों से बोला कि कुछ प्रमुख चुनौतियों से निपटने में सहायता के लिए एक नए कार्यक्रम में रुचि दिखाई गई है.
10 महीने पहले प्रारम्भ किए गए मौजूदा कार्यक्रम के दम पर पाक ने आर्थिक स्थिरता के मुद्दे कई जरूरी उपलब्धियां हासिल कीं. आईएमएफ अधिकारी ने आशा व्यक्त की कि पिछली समीक्षा सफल रही थी और इसे निदेशक मंडल के सामने रखा जाएगा. इससे उस कार्यक्रम को खत्म कर दिया जाएगा जिसने पाक को आर्थिक असंतुलन को दूर करने और उसकी आर्थिक स्थिरता बनाए रखने में सहायता की थी. अज़ोर ने कहा,‘‘ उन तरीकों ने पाक को अपना भंडार बढ़ाने की अनुमति दी. वर्तमान में ऑफिसरों ने पाक को कुछ प्रमुख चुनौतियों से निपटने में सहायता करने के लिए एक नए कार्यक्रम में रुचि व्यक्त की है.’’
उन्होंने बोला कि इनमें से एक है व्यापक आर्थिक स्थिरता को बनाए रखना. इसके लिए बजट घाटे के स्तर को कम करने तथा राजस्व स्थिति में सुधार करके राजकोषीय स्थिति को मजबूत करने के वास्ते राजकोषीय पक्ष पर काम जारी रखने की जरूरत होगी, जो अतीत में मुख्य चुनौतियों में से एक थी. राजस्व बढ़ने से गवर्नमेंट को न सिर्फ़ कर्ज की स्थिति का निवारण करने में सहायता मिलेगी बल्कि अतिरिक्त सामाजिक सहायता प्रदान करने की भी गुंजाइश होगी.
दूसरा लक्ष्य ऊर्जा क्षेत्र में सुधार करना होगा. उन्होंने कहा, ‘‘ यह काफी समय से अहमियत बनी हुई है और अब भी पाक के लिए एक जरूरी आयाम है जिसमें सुधार की आवश्यकता है.’’ पाक के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब आईएमएफ की बैठकों में भाग लेने के लिए इस समय अमेरिकी राजधानी में हैं. पाक गंभीर आर्थिक और सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है.