सोने के भाव में अचानक क्यों आई तेजी…
वैश्विक बाजारों में मजबूती के रुख के बीच दिल्ली-एनसीआर के सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने का रेट 800 रुपये के उछाल के साथ 65,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। यह सोने का नया रिकॉर्ड स्तर है। पिछले व्यवसायी सत्र में सोना 64,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की मूल्य भी 900 रुपये के उछाल के साथ 74,900 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। बीते व्यवसायी सत्र में यह 74,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
अंतराष्ट्रीय बाजार में सोने-चांदी का भाव: विदेशी बाजार में स्थिर $ के बावजूद सोने और चांदी की कीमतों में सुधार हुआ है और ये बढ़त के साथ कारोबार भी कर रहे हैं। ग्लोबल इक्विटी की स्थिर चाल और अमेरिकी फेडरल बैंक के ब्याज रेट में कटौती वाले फैसलों पर अनिश्चितता के बीच निवेशकों का सुरक्षित निवेश विकल्प ने आकर्षित किया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कॉमेक्स पर हाजिर सोना 2,110 अमेरिकी $ प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद से एक प्रतिशत से अधिक ऊपर था। चांदी भी बढ़त के साथ 23.88 अमेरिकी $ प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी। पिछले कारोबार में यह 23.09 $ प्रति औंस पर बंद हुई थी।
सोने के रेट में तेजी की वजह
जानकारों का मानना है कि अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा जून में ब्याज रेट में कटौती की अटकलें बढ़ने से सोने की कीमतों में तेजी आई है। इस प्रकार पिछले तीन दिनों में एमसीएक्स पर सोने के रेट में 2,400 रुपये से अधिक का बढ़ोत्तरी हुआ।
अमेरिका में औद्योगिक और निर्माण खर्च में कमी के संकेतों के साथ-साथ महंगाई रेट घटने जैसे अनेक वजहों से भी सोने के रेट में तेजी देखने को मिली। जून में अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज रेट में कटौती की 71 प्रतिशत आशा है। ऐसे में सोने का रेट आज 65,000 पहुंच गया और इस महीने के अंत तक नया शिखर भी बना सकता है।
जानकारों के मुताबिक, निवेशकों को फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष पॉवेल के हाल के बयानों से संभावित अस्थिरता के कारण सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने बाजार में उतार-चढ़ाव से जुड़े जोखिमों को कम करने के लिए इस अवधि के दौरान पोजिशन पर अत्यधिक जोखिम से बचने की राय दी। इसके अतिरिक्त बढ़े हुए भू-राजनीतिक तनाव से सोने के प्रति निवेशकों का आकर्षण बढ़ गया है, जिससे इसकी कीमतों में तेजी आई है।
67000 तक जा सकता है सोना
एचडीएफसी सिक्योरीटीज के कमोडिटी एवं करंसी प्रमुख अनुज गुप्ता ने कहा कि निवेशक अमेरिकी फेड की जून में ब्याज दरों की होने वाली कटौती को लेकर अटकलें लगा रहे हैं। इस आशा के साथ सोना जल्द ही नया शिखर बना सकता है।
मंगलवार 5 मार्च को ही सोने ने नया शिखर बनाया है। आशा है कि इस वर्ष के अंत तक सोना 67 हजार तक पहुंच जाए। वर्ष के अंत तक इसके 65 से 67 हजार के दायरे में कारोबार करने की आसार है।
सोने की मूल्य बढ़ने का आधार: सोने की मूल्य काफी हद तक बाजार में सोने की मांग और आपूर्ति के आधार पर तय होती है। सोने की मांग बढ़ेगी तो रेट भी बढ़ेगा। आपूर्ति बढ़ेगी तो मूल्य कम होगा। सोने की मूल्य अंतरराष्ट्रीय आर्थिक स्थितियों से भी प्रभावित होती है।
उदाहरण के लिए यदि दुनिया की अर्थव्यवस्था खराब प्रदर्शन कर रही है, तो निवेशक सुरक्षित निवेश के विकल्प गोल्ड में निवेश करेंगे। इससे सोने की मूल्य बढ़ जाएगी। बता दें कि सोना भी सुरक्षित निवेश विकल्प के लिए जाना जाता है।