विदेशी-ETF में निवेश वाली म्यूचुअल-फंड स्कीम में इन्वेस्टमेंट पर लगी रोक
अगले महीने यानी 1 अप्रैल से आप उन म्यूचुअल फंड स्कीम्स में निवेश नहीं कर पाएंगे जो फॉरेन ETF यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में पैसा लगाते हैं. शेयर बाजार रेगुलेटर सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इण्डिया (SEBI) ने म्यूचुअल फंड्स को इस तारीख से नया निवेश लेने पर रोक लगा दी है.
रुपया अपने रिकॉर्ड ऑल टाइम लो पर पहुंच गया है. शुक्रवार (22 मार्च) को इसमें अमेरिकी $ के मुकाबले 35 पैसे की गिरावट देखने को मिली और यह 83.48 रुपए प्रति $ के अब तक के सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ.
नकदी के संकट से जूझ रही एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट ने अपकमिंग समर सेड्यूल में अपने साप्ताहिक फ्लाइट ऑपरेशन को 26% तक कम करने का निर्णय किया है.
कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट, जिन पर रहेगी नजर…
- शेयर बाजार आज शनिवार (23 मार्च) को बंद रहेगा.
अगले महीने यानी 1 अप्रैल से आप उन म्यूचुअल फंड स्कीम्स में निवेश नहीं कर पाएंगे जो फॉरेन ETF यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में पैसा लगाते हैं. शेयर बाजार रेगुलेटर सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इण्डिया (SEBI) ने म्यूचुअल फंड्स को इस तारीख से नया निवेश लेने पर रोक लगा दी है.
SEBI का आदेश इसलिए आया है क्योंकि, फॉरेन ETF में निवेश की मैक्सिमम लिमिट 1 बिलियन $ (करीब ₹8,332 करोड़) तय है. इसमें निवेश अब इस लिमिट के करीब पहुंच गया है. इसको लेकर सेबी ने राष्ट्र में म्यूचुअल फंड हाउसेज को हेड करने वाली संस्था एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इण्डिया (AMFI) को लेटर भी लिखा है.
रुपया अपने रिकॉर्ड ऑल टाइम लो पर पहुंच गया है. शुक्रवार (22 मार्च) को इसमें अमेरिकी $ के मुकाबले 35 पैसे की गिरावट देखने को मिली और यह 83.48 रुपए प्रति $ के अब तक के सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ. इससे पहले 13 दिसंबर 2023 को $ के मुकाबले रुपया 83.40 के अपने सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ था.
रिसर्च एनालिस्ट अनुज चौधरी के मुताबिक, कमजोर यूरो और पाउंड के कारण अमेरिकी $ मजबूत हुआ. $ की मजबूती के साथ-साथ चीनी युआन की गिरावट ने रुपए पर दबाव डाला. इसके अलावा, बाजार में $ की कमी हो गई, जिसका असर भी रुपए पर पड़ा है.
नकदी संकट से जूझ रही एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट ने अपकमिंग समर सेड्यूल में अपने साप्ताहिक फ्लाइट ऑपरेशन को 26% तक कम करने का निर्णय किया है. कंपनी के मुताबिक, पायलट की कमी और एयरक्राफ्ट के लीज के किराया में बढ़ोतरी के चलते फ्लाइट ऑपरेशन बढ़ाने में परेशानी हो रही है.
2024 का समर शेड्यूल 31 मार्च से प्रारम्भ होकर 26 अक्टूबर तक रहेगा. इस दौरान एयरलाइन मौजूदा विंटर शेड्यूल के 2,240 उड़ानों के मुकाबले 1,657 फ्लाइट्स का ही ऑपरेशन करेगी.
एअर इण्डिया पर डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने 80 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है. ये जुर्माना फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन्स (FDTL) और फटीग मैनेजमेंट सिस्टम (FMS) से संबंधित नियमों के उल्लंघन के लिए लगाया गया है.
DGCA ने हाई लेवल की सेफ्टी सुनिश्चित करने के लिए, FDTL और FMS नियमों के अनुपालन को लेकर जनवरी महीने में एअर इण्डिया का स्पॉट ऑडिट किया था. ऑडिट के दौरान DGCA ने पाया कि कंपनी ने नियमों का उल्लंघन करते हुए उड़ानें संचालित कीं.
अमेरिका ने एपल के विरुद्ध केस दाखिल किया है. टेक कद्दावर पर SmartPhone बाजार पर मोनोपॉली करने और कॉम्पिटिशन को कुचलने का इल्जाम लगाया गया है. एपल ने केस दाखिल होने के बाद उसपर लगे इन आरोपों से इनकार किया है.
लीगल एक्शन में, जस्टिस डिपार्टमेंट ने ये भी इल्जाम लगाया कि कंपनी ने आईफोन ऐप स्टोर पर अपने कंट्रोल का दुरुपयोग किया. इसमें कॉम्पिटिटर के प्रोडक्ट्स को कम सुन्दर बनाने के लिए गैरकानूनी कदम उठाने की बात कही गई है.
कार मैकर किआ ने ग्लोबल बाजार में अपनी सेकेंड जनरेशन के K4 को रिवील कर दिया है. यह सेडान कंपनी के नए ‘ऑपोजिट्स यूनाइटेड’ डिजाइन पर बेस्ड है. हालांकि कार के टेक्निकल स्पेसिफिकेशन्स का खुलासा नहीं किया गया है. कंपनी इसे 27 मार्च को न्यूयॉर्क ऑटो शो में इसे शोकेज करने की तैयारी कर रही है.
इस वर्ष के अंत तक अमेरिका में कार की बिक्री प्रारम्भ हो सकती है, जहां इसका मुकाबला होंडा सिविक, टोयोटा कोरोला और हुंडई एलांट्रा से होगा. इस प्रीमियम सेडान को भारतीय बाजार में उतारे जाने की जानकारी नहीं दी गई है. किआ फिलहाल, यहां एक नयी सब-4 मीटर SUV क्लैविस लॉन्च करने की तैयारी कर रही है.
अगर म्यूचुअल फंड में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं तो सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP के जरिए निवेश करना एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है. इसके जरिए आप छोटी-छोटी राशि जमा कर सरलता से बड़ा फंड बना सकते हैं.
SIP के जरिए म्यूचुअल फंड में पैसे लगाने को लेकर लोगों के मन में इससे जुड़ी कुछ गलतफहमियां हैं. हम आपको SIP से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बता रहे हैं. ताकि आप भी बिना झीझक म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकें…