अडानी ग्रुप को लेकर आई छुट्टी के दिन बड़ी खबर, ‘मालिक’ बेचेंगे करोड़ों शेयर
अडानी ग्रुप की कद्दावर कंपनियों में से एक अडानी विल्मर (Adani Wilmar) को लेकर छुट्टी के दिन बड़ी समाचार आई है। कंपनी के प्रमोटर्स ने एक्सचेंज को दी जानकारी में कहा है कि अडानी विल्मर 1.61 फीसदी शेयर बेचे जाएंगे। कंपनी की तरफ से ये बिक्री अगले सप्ताह यानी 26 दिसंबर से 31 दिसंबर के बीच होगी। कंपनी ने बोला है सेबी के नियमों के पालन के लिए यह शेयरों की बिक्री की जा रही है।
क्या है सेबी का नियम?
सेबी के नियमों के मुताबिक किसी भी लिस्टेड कंपनी ने पब्लिक की हिस्सेदारी कम से कम 25 फीसदी की होनी चाहिए। हालांकि, नयी लिस्टेड कंपनियों को 3 वर्ष की छूट मिली हुई है। अडानी विल्मर की शेयर बाजार (Share Bazar) में लिस्टिंग पिछले वर्ष हुई थी। तब कंपनी 230 रुपये के प्राइस बैंड पर 3600 करोड़ रुपये का आईपीओ (IPO) लाया था।
डिसइन्वेस्टमेंट की इस प्रक्रिया के कारण प्रमोटर्स को 1.24 फीसदी हिस्सेदारी घटानी होगी। यानी 26 दिसंबर से 31 दिसंबर के बीच कुल 1,61,16014 शेयरों की बिक्री की जाएगी। इस बिक्री के बाद प्रमोटर्स के पास कुल 87.94 फीसदी हिस्सा बचेगा। बता दें, अडानी ग्रुप के अतिरिक्त विल्मर ग्रुप की तरफ से Lence Pte भी कंपनी के प्रमोटर हैं।
शुक्रवार को अडानी विल्मर के शेयर करीब 4 फीसदी की तेजी के साथ बीएसई में 365.20 रुपये के लेवल पर पहुंचकर बंद हुए थे। कंपनी के शेयरों में की कीमतों में वर्ष के आरंभ हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद 40 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी। कंपनी के नजरिए से अच्छी बात यह है कि गवर्नमेंट ने खाद्य ऑयल के आयात पर कम इम्पोर्ट ड्यूटी लगाया है।
बता दें, हाल ही में इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि अडानी ग्रुप इस एफएमसीजी ब्रांड में अपनी हिस्सेदारी को बेचने को इच्छुक है। ग्रुप ने कई एफएमसीजी सेक्टर की कंपनियों से इसको लेकर चर्चा भी की है। हालांकि, इस मसले पर कोई भी आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।