बिज़नस

हाईवे पर गाड़ी चलाते वक्त कितने मीटर का रखें गैप…

नई दिल्ली नए वर्ष से पहले दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर हिंदुस्तान में शीतलहर का जबरदस्त प्रकोप चल रहा है मौसम में आए परिवर्तन का असर यातायात प्रबंध पर भी पड़ने लगा है विमान से लेकर ट्रेनें भी रद्द हो रही हैं सड़कों पर खासकर हाईवे और एक्सप्रेसवे पर गाड़ियां आपस में ही टकरा रही है मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे नॉर्थ इण्डिया पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हमाचल प्रदेश में अगले कुछ दिनों में विजिबिलिटी शून्य तक जा सकती है इन जगहों पर सुबह 9-10 बजे तक विजिबिलीटी 50 से 100 मीटर तक आ गई है ऐसे में वाहन चलाते समय दो गाड़ियों में गैप का ध्यान रखना इस मौसम में बहुत महत्वपूर्ण है

आप एक्सप्रेसवे और हाईवे पर वाहन चलाते समय यदि सतर्कता नहीं बरतते हैं तो यह समय आपके लिए और घातक साबित हो सकता है क्योंकि, आप दंपती और बच्चों के साथ नए वर्ष का उत्सव मनाने शिमला, नैनीताल, मनाली सड़क रास्ते में भी जा रहे होंगे एक तो घना कोहरा ऊपर से गाड़ियों का काफिला आपको एक्सप्रेसवे पर मुसीबत में डाल सकता है खासकर इस मौसम में राजमार्गों पर घने कोहरे और ठंड के कारण हादसा होने की आसार बढ़ जाती है ऐसे में आप इस मौसम में दो गाड़ियों के बीच तय मानक 70 मीटर से बढ़ाकर 100 मीटर का दूरी रखें

हाईवे पर वाहन चलाते समय कितने मीटर का रखें गैप

ट्रांसपोर्ट प्लानिंग एंड पॉलिसी मामलों के जानकार गीतम तिवारी न्यूज 18 हिंदी से बात करते हुए कहती हैं, देखिए अच्छी ड्राइविंग और सावधान ड्राइवर को सामने वाले वाहन के साथ न्यूनतम 2 सेकंड गैप रखना चाहिए जैसे आपकी वाहन की गति 80 किमी प्रतिघंटा है तो उसमें आपके और सामने वाली वाहन के बीच कम से कम 50 मीटर का गैप होना चाहिए यदि आपकी गति अधिक होगी तो आपको डिस्टेंस अधिक चाहिए क्योंकि, 2 सेंकड गति आप अधिक गति में शीघ्र कवर लेंगे इसलिए ठंड के मौसम में कम विजिबिलिटि में आपको गैप और दूरी दोनों अधिक रखनी चाहिए यदि गाड़ी तेजी से भाग रहा है तो यह दूरी अपेक्षाकृत और बड़ी होनी चाहिए यदि आप धीरे-धीरे वाहन चला रहे हैं तो यह गैप कम भी रहेगा तो अधिक अंतर नहीं पड़ता है, क्योंकि सामने वाला ब्रैक मारता है तो आपके पास भी ब्रैक मारने का पर्याप्त समय रहेगा

क्या कहते हैं ट्रांसपोर्ट के जानकार
मोटर ट्रांसपोर्ट के एक अन्य जानकार राहुल कुमार कहते हैं, ‘घने कोहरे और धूंध में वाहन की गति 40 से अधिक नहीं रखनी चाहिए खासकर रात और सुबह के समय गाड़ियों की गति 30-40 किमी प्रति घंटा से अधिक नहीं होनी चाहिए यदि दृश्यता कम है या नहीं के बराबर है तो वाहन सड़क पर चलाने से अच्छा है कहीं रुक जाएं दोपहिया वाहनों की गति भी 30 से 40 किमी के बीच ही होनी चाहिए वहीं, एक्सप्रेसवे और हाईवे पर मालवाहक या व्यावसायिक वाहनों के साथ-साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट गाड़ियों की गति भी विजिबिलिटी कम होने पर 30-40 से अधिक नहीं होनी चाहिए इससे स्वयं तो दुर्घटनाग्रस्त होंगे ही दूसरों के जान के साथ भी आप खिलवाड़ करेंगे

कुलमिलाकर दिल्ली-एनसीआर सहित राष्ट्र के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक घना कोहरा छाने की संभावना है मौसम विभाग ने इसके लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी कर दिया है इस अलर्ट के बाद सड़क से लेकर आसमान तक यातायात प्रबंध प्रभावित हो जाएगी इसका असर सड़क, रेल और हवाई यातायात पर अगले कुछ दिनों तक दिखाई देगी

Related Articles

Back to top button