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जा रहे हैं नया AC खरीदने, तो ध्यान दें इन बातों का…

भारत के ज्यादातर हिस्सों में अब चिलचिलाती गर्मी वाले दिन प्रारम्भ हो गए हैं ऐसे में लोग अब एसी-कूलर चलाने लगे हैं अइस बीच यदि आप इस नए सीजन में नया खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो हम आपको एक ऐसी टेक्नोलॉजी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में आपको एसी खरीदने से पहले एकदम पता मालूम चाहिए

दरअअसल एसी चलाने की सबसे बड़ी परेशानी ये होती है कि इसे चलाने से बिजली की बिल अधिक आता है ऐसे में लोगों की पहली शर्त ये रहती है कि ऐसा AC खरीदें तो बिजली की बचत करें इसके लिए सामान्य तौर पर लोग 3 स्टार या 5 स्टार वाला एसी खरीदने के बारे में सोचते हैं लेकिन, आजकल फिक्स्ड गति के अतिरिक्त इन्वर्टर टेक्नोलॉजी वाले एसी भी बाजार में मिलते हैं ये भले ही नॉन-इन्वर्टर की तुलना में थोड़े महंगे होते हैं लेकिन, इसके कई लाभ होते हैं ऐसे में यदि आपका बजट थोड़ा बढ़ सके और आपका एसी काफी इस्तेमाल होता हो तो ये एक अच्छा विकल्प होता है इन्वर्टर एयर कंडीशनर कंप्रेसर मोटर की गति को कंट्रोल करने के लिए इन्वर्टर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं जो एसी की कूलिंग पावर को एडजस्ट करता है अब आइए जानते हैं इसके फायदे

बचाता है बिजली
इन्वर्टर एयर कंडीशनर ट्रेडिशनल एयर कंडीशनर की तुलना में अधिक एनर्जी एफिशिएंट होते हैं क्योंकि वे वांछित तापमान तक पहुंचने के लिए कंप्रेसर की गति को कंट्रोल कर सकते हैं जब किसी कमरे को शीघ्र ठंडा करने की आवश्यकता होती है तो कंप्रेसर हायर गति से चलता है, और जब कमरा पहले से ही ठंडा होता है तो कम गति से चलता है इससे एनर्जी सेव होती है क्योंकि ये इक्विपमेंट के ऑन और ऑफ करने में इस्तेमाल होने वाली ऊर्जा को बचाती है इन्वर्टर टेक्नोलॉजी ट्रेडिशनल डिवाइसेज की तुलना में 25% से 50% कम ऊर्जा की खपत कर सकती है

कंसिस्टेंट कूलिंग
इन्वर्टर एसी कंप्रेसर गति को एडजस्ट कर अधिक स्टेबल इनडोर टेम्परेचर मेनटेन करता है इससे नॉन-इन्वर्टर मॉडल्स की तुलना में अधिक कंफर्म मिलता है

शांति से करता है काम
कंप्रेसर गति के कंटिन्यूअस मॉड्यूलेशन की वजह से इन्वर्टर एसी अधिक शांति से काम करते हैं ऐसे में यदि आप चाहते हैं कि कमरे में शांति बनी रहे तो इन्वर्टर एसी एक अच्छा ऑप्शन है

अलग-अलग वोल्टेज रेंज में कर सकते हैं काम
इन्वर्टर एयर कंडीशनर भिन्न-भिन्न वोल्टेज रेंज में काम कर सकते हैं, आमतौर पर ये 160-265 वोल्ट के बीच ऑपरेट करते हैं ये ट्रेडिशनल एसी यूनिट्स की तुलना में वोल्टेज के उतार-चढ़ाव को बेहतर ढंग से मैनेज कर सकते हैं क्योंकि उनके पास अधिक बेहतर टेक्नोलॉजी होती है

हालांकि, आपको ये भी बता दें कि नॉन-इन्वर्टर एसी सिंपल डिजाइन और टेक्नोलॉजी के साथ आते हैं ऐसे में इनकी मेंटनेंस कॉस्ट भी कम होती है साथ ही इनकी रिपेयरिंग के लिए कम खर्च करने होते हैं इसलिए काफी बार लोगों को नॉन-इन्वर्टर एसी खरीदने के बारे में सुझाया जाता है हालांकि, ये पूरी तरह से आपकी आवश्यकता पर निर्भर करता है

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