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भारत बड़ी-बड़ी मोबाइल कंपनियों की बनीं first choice…

Mobile Phone Manufacturing: आज के समय में हर किसी के पास SmartPhone है ज्यादातर स्मार्ट टेलीफोन Made in china है हिंदुस्तान में भी Made in china टेलीफोन करोड़ों लोगों के हाथ में है mobile manufacturing के मुद्दे में चीन नंबर वन है लेकिन इस रेस में उसे अब हिंदुस्तान से कड़ी भिड़न्त मिल रही है एक समय पर मोबाइल कंपनियों की पहली पसंद चीन था…लेकिन आज हिंदुस्तान बड़ी-बड़ी मोबाइल कंपनियों की first choice है

चीन परेशान जरूर होगा

आज के समय में हिंदुस्तान में बड़ी और नामी मोबाइल कंपनिया टेलीफोन बना रही है मोबाइल टेलीफोन बनाने की रेस में हिंदुस्तान जिस तेज़ी से आगे बढ़ा है उससे चीन परेशान जरूर होगा हिंदुस्तान की PLI स्कीम की वजह से ज्यादातर मोबाइल कंपनियां हिंदुस्तान आना पसंद कर रही है इसकी वजह से हिंदुस्तान में बड़े पैमाने पर स्मार्टफोन manufacturing प्रारम्भ हुई है इसको लेकर industry body ICEA ने कुछ आंकड़े भी जारी किए है

-पिछले 10 सालों में हिंदुस्तान में 20 लाख करोड़ रुपये के मोबाइल टेलीफोन बने हैं
-पिछले 10 सालों में मोबाइल टेलीफोन के उत्पादन में 2000% और निर्यात में 7500% की वृद्धि हुई है
-भारत में बिकने वाले 97 फीसदी मोबाइल टेलीफोन अब हिंदुस्तान स्वयं बना रहा है

मोबाइल कंपनियों को हिंदुस्तान में कई तरह की रियायत

आपने कई बार प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को आत्मनिर्भर हिंदुस्तान की बात कहते सुना होगा Make in India कार्यक्रम भी उसी कड़ी का हिस्सा है और इसी के अनुसार गवर्नमेंट राष्ट्र में mobile manufacturing को बढ़ावा दे रही है साथ ही हिंदुस्तान में ही mobile parts और Battery बनाने पर बल दे रही हैं मोबाइल कंपनियों को आर्थिक तौर पर सहायता भी दी जा रही है मोबाइल कंपनियों को गवर्नमेंट ने कई तरह की रियायत दी है जिससे हिंदुस्तान को एक बड़े mobile export करने वाले राष्ट्र के तौर पर विकसित किया जा सके

साल 2014-15 में मोबाइल टेलीफोन प्रॉडक्शन करीब 18,900 करोड़ रुपये था
– जो साल 2024 में बढ़कर करीब 4.10 लाख करोड़ रुपये हो गया इसमें करीब 2000 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की गई है
साल 2014-15 में हिंदुस्तान से मोबाइल टेलीफोन एक्सपोर्ट केवल 1,556 करोड़ रुपये था
– जो अब बढ़कर 1.2 लाख करोड़ रुपये हो गया, यानि पिछले 10 सालों में निर्यात में 7,500 फीसद की ग्रोथ हुई है

PLI स्कीम का अहम रोल

भारत की इस उपलब्धि के पीछे PLI स्कीम का अहम रोल रहा है PLI यानि Production Linked Incentive…केंद्र गवर्नमेंट ने चीन और दूसरे राष्ट्रों पर हिंदुस्तान की निर्भरता को कम करने के लिये PLI योजना की आरंभ की थी इस स्कीम के अनुसार ही हिंदुस्तान में लोकल प्रोडक्शन में जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुआ इस योजना का उद्देश्य घरेलू और विदेशी निवेश आकर्षित करना है, रोजगार के अवसर पैदा करना और आयात पर निर्भरता कम करना है PLI स्कीम के अनुसार ही मोबाइल कंपनियों को लाभ हुआ, भारतीय लोगों को रोजगार मिला और साथ ही हिंदुस्तान आत्मनिर्भर बना

Samsung की सबसे बड़ी फैक्ट्री हिंदुस्तान में

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘Make in India’ प्रोग्राम कितना सफल रहा है इसका अंदाजा राष्ट्र में बनने वाले mobile phones के आंकड़ों को देख आपको हो गया होगा दुनिया में सबसे बड़ा नाम Apple Iphone का है जो आज हिंदुस्तान में mobile handset बना रही हैं हिंदुस्तान में 3 कंपनियां Apple के लिए टेलीफोन बनाती है पूरी दुनिया में Samsung की सबसे बड़ी फैक्ट्री हिंदुस्तान में ही है दुनिया के सबसे बड़े ब्रांड हिंदुस्तान में mobile handsets की Manufacturing कर रहे हैं जिससे हिंदुस्तान एक Global Electronics Manufacturing Hub बन रहा है

– Apple और Samsung हिंदुस्तान में सबसे अधिक स्मार्टफोन manufacturing करते हैं, इन कंपनियों के सबसे अधिक टेलीफोन मध्य पूर्व, उत्तरी अफ्रीका और दक्षिण अमेरिकी बाजार में जाते हैं
– साथ ही ब्रिटेन, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया और इटली में भी Made in india SmartPhone को एक्सपोर्ट किया जा रहा है
-भारत में Xiaomi, Oppo, Vivo जैसे कई ब्रांड की Assembling और Manufacturing पहले से ही हो रही है Apple कंपनी, टेलीफोन के अतिरिक्त अपने दूसरे Device की Manufacturing भी अब हिंदुस्तान ट्रांसफर करने का मन बना रही है जो हिंदुस्तान के लिए good news है
-भारत ने साल 2023 में 10.9 अरब $ के SmartPhone का निर्यात किया था जबकि साल 2024 के पहले दो महीनों में कुल 2.43 अरब $ का निर्यात किया है
-वर्ष 2023 में संयुक्त अरब अमीरात को 2.57 अरब $ के SmartPhone का निर्यात किया गया था, इस तरह uae हिंदुस्तान के SmartPhone का सबसे बड़ा बाजार था इसी तरह हिंदुस्तान ने अमेरिका को 2.15 अरब $ के SmartPhone निर्यात किए

भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया

2014 से पहले हिंदुस्तान में केवल 2 manufacturing कारखाने थे लेकिन साल 2021 के बाद हिंदुस्तान में 200 से अधिक manufacturing units स्थापित हुई है जिस तरह से चीन से एक-एक कर के पूरे विश्व की कंपनियां दूसरे राष्ट्रों की ओर रुख कर रही है उससे साफ है कि दुनिया की बड़ी Economies का चीन से मोह भंग हो रहा है दूसरी सबसे बड़ी बात ये है कि इन बड़ी कंपनियों को चीन में manufacturing cost अधिक लग रही है हिंदुस्तान ने इस मुद्दे में चीन को पीछे छोड़ दिया है इसका मतलब है कि दुनिया में सबसे कम manufacturing cost हिंदुस्तान में है इसी वजह से Apple और सैमसंग जैसी दुनिया की बड़ी मोबाइल कंपनी ने हिंदुस्तान को अपना दूसरा घर बना लिया है

भारत ने मेक इन इण्डिया के अनुसार जो कोशिश कुछ साल पहले प्रारम्भ किए थे, उनका रिज़ल्ट अब दिखने लगा है चाहे वो सामरिक क्षमता हो, सेना के लिए हथियार हों या फिर मोबाइल टेलीफोन का बाजार हिंदुस्तान के कदम बढ़ रहे हैं और और राष्ट्र लगातार प्रगति-पथ पर है

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