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Go First को खरीदने में जेटविंग्स एयरवेज की दिलचस्पी

दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही प्राइवेट एयरलाइन गो फर्स्ट को खरीदने की रेस में जेटविंग्स एयरवेज भी शामिल हो गई है गो फर्स्ट के लिए जेटविंग्स एयरवेज ने रुचि की अभिव्यक्ति (ईओआई) जमा किया है इससे पहले जिंदल पावर के भी ईओआई जमा करने की समाचार आई थी एयरलाइन ने एक बयान में कहा- असम के कारोबारी संजीव नारायण और अनुपम सरमा द्वारा समर्थित जेटविंग्स एयरवेज ने गो फर्स्ट एयरलाइन के लिए अपना ईओआई जमा कर दिया है एक विदेशी एयरलाइन और एक भारतीय कॉर्पोरेट सहित तीन संस्थाओं ने गो फर्स्ट की खरीद में रुचि दिखाई थीइस बीच, दिल्ली उच्च न्यायालय ने गुरुवार को गो फर्स्ट के निवारण पेशेवर से एक हफ्ते के भीतर विमान से संबंधित जरूरी डॉक्यूमेंट्स अपने पट्टादाताओं के साथ साझा करने को बोला है गो फर्स्ट पट्टादाताओं की याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायालय की एकल पीठ ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को भी आदेश दिया इसके अतिरिक्त, न्यायालय ने विमान का निरीक्षण करने में सक्षम बनाने के लिए सुरक्षा तरीका करने का आदेश दिया यह साफ किया गया कि जहां गो फर्स्ट विमान के मेंटेनेंस के लिए उत्तरदायी रहेगा, वहीं पट्टादाताओं को अपने समझौते के अनुसार विमान का निरीक्षण करने का अधिकार है

मई से बंद है उड़ान: आपको बता दें कि 3 मई से गो फर्स्ट की उड़ान सेवाएं ठप पड़ी हैं एयरलाइन आर्थिक संकट से जूझ रही है इस पर कई बैंकों का भारी-भरकम ऋण है इस वजह से एयरलाइन ने स्वैच्छिक दिवाला प्रक्रिया का भी आवेदन दिया था, जिसे स्वीकृति मिल गई है एयरलाइन के लिए निवारण पेशेवर नियुक्त किया गया है

जेटविंग्स को जून में मिला था एनओसी: गो फर्स्ट को खरीदने में दिलचस्पी दिखाने वाली जेटविंग्स एयरवेज को नागर विमानन मंत्रालय से जून महीने में अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) मिला था जेटविंग्स एयरवेज पूर्वोत्तर की यात्रा करने करने वाले यात्रियों को आकर्षित करना चाहती है एयरलाइन आरंभ में ‘उड़ान’ योजना के अनुसार पूर्वोत्तर और पूर्वी क्षेत्रों में विभिन्न गंतव्यों के लिए उड़ानों का परिचालन करेगी

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