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जाने क्या होता है वाहनों का मानक बीएस…

नई दिल्ली : जाड़े का मौसम प्रारम्भ होते ही दिल्ली समेत राष्ट्र के प्राय: सभी छोटे-बड़े शहरों में प्रदूषण बढ़ने लगा है और वहां की वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बदतर स्थिति में पहुंचने लगी है राष्ट्र की राजधानी दिल्ली में गवर्नमेंट ने बीएस मानक वाले डीजल-पेट्रोल इंजन वाहनों की आवाजाही पर लगे प्रतिबंध को आगे बढ़ा दिया है इसके साथ ही, दिल्ली गवर्नमेंट की ओर से प्रदूषण को कम करने के लिए एंटी स्मोक मोबाइल वैन के जरिए कृत्रिम बारिश कराई जा रही है उधर, उच्चतम न्यायालय ने भी गवर्नमेंट को हिदायत दी है कि पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहनों का प्रदूषण बढ़ाने में सिर्फ़ 17 प्रतिशत हिस्सेदारी है सबसे बड़ी बात यह है कि लोगों को यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है कि वाहनों का मानक बीएस होता क्या है तो फिर आइए, जानते हैं…

बीएस मानक क्या है

सबसे पहले यह जानना महत्वपूर्ण है कि बीएस क्या है? बीएस का फुलफॉर्म हिंदुस्तान स्टेज होता है यह वाहनों के प्रदूषण को मापने वाला एक मानक है हिंदुस्तान में चलने वाले वाहनों के लिए गवर्नमेंट की ओर से यह मानक तैयार किया गया है अब आप प्रश्न यह भी पूछ सकते हैं कि किसी वाहन के बारे में यह कैसे पता लगाया जा सकता है कि कौन सी वाहन का बीएस मानक क्या है? इसका उत्तर यही होगा कि किसी भी वाहन का बीएस मानक का पता उसके नंबर से चलता है उस नंबर के जरिए पता लगाया जाता है कि इस नंबर वाला गाड़ी कितना प्रदूषण फैलाएगा इन नंबरों में बीएस3, बीएस4 और बीएस6 शामिल है

बीएस3 क्या है

बीएस3 मानक हिंदुस्तान में प्रदूषण को कम करने के लिए गवर्नमेंट की ओर से वाहनों के लिए तय किया गया एक मानक है वाहनों में इसकी आरंभ वर्ष 2000 से हुई थी इस से बने बने हुए वाहनों को बीएस2 मानक में रखा गया था इससे पहले बने वाहनों को बीएस1 मानक में रखा गया था हिंदुस्तान स्टेज मानक के प्रारम्भ होने के करीब वर्ष 2010 और उसके बाद बने वाहनों को बीएस3 मानक में रखा गया है

क्या है बीएस4

बीएस3 के बाद गवर्नमेंट की ओर से वाहनों के प्रदूषण को कम करने के लिए बीएस4 मानक तय किया गया इसके लिए कंपनियों की ओर से गाड़ियों के इंजन में कई अपडेट किए गए बीएस4 मानक को हिंदुस्तान में एक अप्रैल 2017 से लागू किया गया इसका मतलब यह कि एक अप्रैल 2017 और उसके बाद बने गाड़ी बीएस4 मानक के अंदर है

बीएस6 के बारे में जानें

भारत में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को और कम करने के लिए गवर्नमेंट की ओर से बीएस6 मानक को लागू किया गया इस समय पूरे राष्ट्र में बीएस6 मानक वाले वाहनों की ही बिक्री की जा रही है बीएस6 के पहले चरण को एक अप्रैल 2020 से लागू किया गया इसके बाद एक अप्रैल 2023 से बीएस6 के दूसरे चरण को लागू किया गया है

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