बिज़नस

Odisha Cash Haul: 353.5 करोड़ की नकदी की हुई पुष्टि,आईटी टीम अब जियो सर्विलांस सिस्टम का कर रही इस्तेमाल

Odisha Cash Haul: ओडिशा में कांग्रेस पार्टी सांसद धीरज कुमार साहू से संबंधित नकदी बरामदगी में मिले कैश की राशि 353.5 करोड़ तक पहुंच गई है. सांसद की ओडिशा में एक डिस्टलरी कंपनी है जिस पर इनकम टैक्स विभाग ने छापेमारी की, साथ ही सांसद साहू के घर पर भी छापेमारी हुई जिसमें इतना कैश बरामद हुआ है. यह छापेमारी में मिला अब तक का सबसे अधिक कैश कहा जा रहा है. पांच दिनों की गिनती के बाद इनकम टैक्स विभाग ने 353.5 करोड़ की नकदी की पुष्टि की है.

भारत में किसी जांच एजेंसी द्वारा बरामद किए गए इतने बड़े कैश का ये पहला मुद्दा है. जिसने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. यहां पर खास बात जो ध्यान देने लायक है, वो ये कि अब इनकम टैक्स विभाग हाई टेक्नोलॉजी गैजेट्स का इस्तेमाल इसमें कर रहा है जिससे कि वह जमीन के भीतर गड़े गोल्ड आदि का पता लगा सके.अधिकारियों ने कहा कि आईटी टीम अब जियो सर्विलांस सिस्टम का इस्तेमाल कर रही है. यह जमीन के भीतरी छिपी कीमती धातुओं जैसे सोने और जूलरी आदि को बहुत सरलता से ढूंढ सकता है. विभाग धीरज कुमार साहू के रांची वाले बंगले, और झारखंड में लोहारडागा वाले घर में इनका इस्तेमाल कर रहा है.

6 दिसंबर को यह छापेमारी प्रारम्भ हुई थी. इनकम टैक्स विभाग को संदेह है कि जो कैश बरामद हुआ है वो बौध डिस्टिलरीज और इससे जुड़ी संस्थाओं द्वारा की जा रही गैरकानूनी कमाई को खुलासा करता है. राष्ट्र की सियासी पार्टियों में इस घटना को लेकर आरोपों का दौर प्रारम्भ हो गया है. बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी और और अन्य विरोधी दलों पर घटना को मामला बनाते हुए कड़ा निशाना साधा है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बोला कि मौजूदा गवर्नमेंट पर जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने के जो इल्जाम लग रहे थे, दरअसल वे विरोधी दलों द्वारा अपने करप्शन का पर्दाफाश होने के डर के चलते लगाए जा रहे थे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिन बोला कि जनता का जो पैसा लूटा गया है, उसे वापस किया जाएगा. क्रांग्रेस की ओर से धीरज कुमार साहू के बचाव को लेकर कोई बयान अभी तक जारी नहीं किया गया है. पार्टी का बोलना है कि उसका धीरज कुमार साहू के इस बिजनेस से कोई लेना देना नहीं है. सांसद को स्वयं ही ये बताना होगा कि कैश कहां से आया है. बहरहाल, इनकम टैक्स विभाग इस छापेमारी में तलहटी तक पहुंचने के लिए टेक्नोलॉजी का पूरा बल लगा रहा है ताकि छिपे हुए सोने आदि का भी पता लगाया जा सके.

Related Articles

Back to top button