इन दो कंपनियों ने मिलाया हाथ, हर 3 महीने में नई इलेक्ट्रिक कार करेंगी लॉन्च
मुंबई में हुए एक इवेंट के दौरान MG मोटर्स इण्डिया और JSW के जॉइंट वेंचर की घोषणा की गई है. JSW MG मोटर इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम से बनाई गई नयी यूनिट का लक्ष्य एंड-टू-एंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट के साथ एक EV ईको सिस्टम तैयार करने का होगा. बता दें कि MG मोटर इण्डिया ब्रिटेन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर MG मोटर्स की भारतीय यूनिट है. वहीं, JSW ग्रुप राष्ट्र में सबसे बड़ा स्टील मैन्युफैक्चर है. जॉइंट वेंचर के ऑफिसरों ने बोला कि साझेदारी का प्लान नयी एनर्जी व्हीकल (NEV) पर रहेगा. ये आने वाले फेस्टिवल सीजन के साथ हर 4 से 6 महीने के अंदर एक नया प्रोडक्ट लॉन्च करेंगी.
MG 2.0 को सशक्त बनाने का लक्ष्य
MG मोटर इण्डिया के CEO एमेरिटस राजीव चाबा ने बोला कि आज हम राष्ट्र में सबसे तेजी से बढ़ते OEM में से एक हैं. यह फाउंडेशन हमें एक नए चैप्टर MG 2.0 को प्रारम्भ करने के लिए सशक्त बनाता है. हम हिंदुस्तान में एक मजबूत और टिकाऊ EV ईको सिस्टम तैयार करने पर फोकस करते हुए ICE से NEV तक व्हीकल की सीरीज पेश करेंगे. वहीं, JSW MG मोटर इण्डिया की स्टीरिंग यूनिट के सदस्य पार्थ जिंदल ने इसे एक जरूरी संयुक्त उद्यम बताते हुए बोला कि ब्रिटिश ब्रांड की विरासत, अत्याधुनिक MG टेक्नोलॉजी और JSW के लोकल मैन्युफैक्चरिंग एक्सीपिरियंस और कौशल का फायदा उठाकर JSW MG हिंदुस्तान और दुनिया के लिए हिंदुस्तान में विश्व-अग्रणी प्रोडक्ट बनाएगी. इवेंट में कंपनी ने कई बेहतरीन कारों को भी पेश भी किया.
2030 में 10 लाख EV का लक्ष्य
JSW मोटर इण्डिया के मेंबर स्टीरिंग कमेटी पार्थ जिंदल ने बोला कि मुझे पूरा विश्वास है कि हिंदुस्तान बहुत जल्द 4 मिलियन PV बाजार से 10 मिलियन PV बाजार में पहुंच जाएगा. यदि हिंदुस्तान वास्तव में आत्मनिर्भर बनना चाहता है तो EV ही इसका रास्ता है. हम 2030 में 10 लाख इलेक्ट्रिक कारें बेचना चाहते हैं. उन्होंने बोला कि कार बनाना मेरा बचपन का जुनून था. जब जुनून बना रहा तो मैं स्टील बनाने में लग गया. कार बनाने का विचार मेरे दिमाग में रहा. जब 2016 में नए इलेक्ट्रिक व्हीकल आए तो मुझे लगा कि कि इलेक्ट्रिक कारों में आना चाहिए.
3 से 4 महीने में एक नयी कार लॉन्च
नए जॉइंट वेंचर की स्टीरिंग कमेटी के मेंपर पार्थ जिंदल ने SAIC से MG मोटर इण्डिया में JSW समूह की 35% हिस्सेदारी के अधिग्रहण के बाद JSW एमजी मोटर इण्डिया के लिए नयी ब्रांड पहचान को पेश किया. JSW ग्रुप के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने बोला कि हम हर 3 से 4 महीने में एक नयी डिजाइन वाली कार लॉन्च करना चाहते हैं. हमारा विचार मारुति मोमेंट बनाना है. अभी राष्ट्र के ICE सेगमेंट में मारुति सुजुकी और इलेक्ट्रिक सेगमेंट में टाटा मोटर्स का दबदबा है. 90 के दशक में मारुति नयी कारें लेकर आई. अब उसके पास 50% बाजार शेयर है.
प्रोडक्शन 1 लाख से बढ़ाकर 3 लाख करना
पार्थ जिंदल ने बोला कि MG का लक्ष्य 2030 तक न्यू एनर्जी व्हीकल सेगमेंट के 33% बाजार पर कब्जा करना है. कंपनी द्वारा बेचे जाने वाले सभी अन्य प्रोडक्ट के अतिरिक्त वर्ष 2030 में 10 लाख पैसेंजर ईवी बेचने का है. MG इण्डिया 1.0 के लिए 5 वर्ष बहुत अच्छे रहे हैं. अब एमजी 2.0 को और अधिक प्रभावशाली और सफल बनाना संयुक्त उद्यम पर निर्भर है. कंपनी गुजरात के हलोल में अपना प्रोडक्शन बढ़ाएगी. यहां वह मुख्य रूप से NEVS बनाएगी. इससे कार निर्माता को हर वर्ष बहुत अधिक कारों का प्रोडक्शन करने में सहायता मिलेगी. जो 100,000 से बढ़कर 300,000 तक पहुंच जाएगा