बैंकों के खिलाफ शिकायतों की संख्या में हुई जबरदस्त बढ़ोतरी
शिकायतों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी
रिपोर्ट कहती है कि आरबी-आईओएस, 2021 के अनुसार शिकायतों की संख्या में गौरतलब वृद्धि हुई और 2022-23 में ओआरबीआईओ और सीआरपीसी में कुल 7,03,544 शिकायतें प्राप्त हुईं। यह गहन जन जागरूकता पहल के कारण 68.24 फीसदी की वृद्धि दर्शाती हैं। बैंकों के विरुद्ध कुल 1,96,635 शिकायतें मिली हैं जो कुल शिकायतों में सर्वाधिक है। यह ओआरबीआईओ को प्राप्त शिकायतों का 83.78 फीसदी है। ओआरबीआईओ ने वित्त साल 2022-23 में कुल 2,34,690 शिकायतों का निपटान किया जबकि सीआरपीसी में 4,68,854 शिकायतों का निपटारा किया गया। लोकपाल स्कीम 2022-23 की वार्षिक रिपोर्ट आरबीआई लोकपाल (ओआरबीआईओ) के 22 कार्यालयों, केंद्रीकृत प्राप्ति एवं प्रसंस्करण केंद्र और संपर्क केंद्र के गतिविधियों को समाहित किए हुए है।
शिकायतों का निपटान औसतन 33 दिनों में किया गया
आरबीआई ने बोला कि ओआरबीआईओ में शिकायतों का निपटान औसतन 33 दिनों में कर दिया गया जबकि 2021-22 के दौरान यह 44 दिन था। आरबी-आईओएस, 2021 के अनुसार निपटान योग्य शिकायतों में से अधिकतर (57.48 प्रतिशत) का निवारण आपसी समझौते, सुलह या मध्यस्थता के माध्यम से किया गया। बैंकों के साथ गैर-बैंकिंग भुगतान प्रणाली प्रतिभागियों के विरुद्ध मिली शिकायतों की कुल संख्या में मोबाइल/इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग से संबंधित शिकायतें सबसे अधिक रहीं। वहीं एनबीएफसी के मुद्दे में निष्पक्ष व्यवहार संहिता का पालन न करने से संबंधित शिकायतें सबसे अधिक थीं।