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UPI से ट्रांजैक्शन एक साल में 50% बढ़ा

अप्रैल 2024 में 1,330 करोड़ UPI लेंन-देंन हुआ. इस दौरान टोटल ₹19.64 लाख करोड़ की राशि ट्रांसफर की गई. लेंन-देंन की संख्या में सालाना आधार पर 50.11% की बढ़ोतरी हुई है.वहीं, इसके जरिए ट्रांसफर की जाने वाली राशि में 38.70% की बढ़ोतरी हुई है. एक वर्ष पहले यानी अप्रैल 2023 में 886 करोड़ लेंन-देंन के जरिए 14.16 लाख करोड़ रूपए का लेनदेन हुआ था.

मार्च 2023 में हुआ था रिकॉर्ड ट्रांजैक्शन
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) से मार्च में लेंन-देंन का नया रिकॉर्ड बना था. इस दौरान एक महीने में सबसे अधिक 1,344 करोड़ लेंन-देंन के जरिए 19.78 लाख करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ था.वहीं, पूरे वित्त साल यानी अप्रैल 2023 से मार्च 2024 के दौरान 13,068 करोड़ से अधिक लेंन-देंन हुए. इन ट्रांजैक्शनसंस के जरिए लोगों ने ₹199.95 लाख करोड़ का लेनदेन किया. यह वित्त साल 2022-23 के मुकाबले 43.68% अधिक है.

UPI कैसे काम करता है?
UPI सर्विस के लिए आपको एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार करना होता है. इसके बाद इसे बैंक एकाउंट से लिंक करना होगा. इसके बाद आपका बैंक एकाउंट नंबर, बैंक का नाम या IFSC कोड आदि याद रखने की आवश्यकता नहीं होती. पेमेंट करने वाला बस आपके मोबाइल नंबर के हिसाब से पेमेंट रिक्वेस्ट प्रोसेस करता है.

अगर, आपके पास उसका UPI आईडी (ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर या आधार नंबर) है तो आप अपने स्‍मार्टफोन के जरिए सरलता से पैसा भेज सकते हैं.केवल पैसा बल्कि यूटिलिटी बिल पेमेंट, औनलाइन शॉपिंग, खरीदारी आदि के लिए नेट बैंकिंग, क्रेडिट या डेबिट कार्ड भी आवश्यकता नहीं होगी. ये सभी काम आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम से कर सकते हैं.इसी वर्ष फरवरी में फ्रांस, श्रीलंका और मॉरीशस में UPI यानी ‘यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस’ सर्विस लॉन्च हुई थी. पेरिस के एफिल टावर पर यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस इसे पहली बार भारतीय दूतावास की सहायता से लॉन्च किया गया था.इसके जरिए लोग वहां टिकटिंग और अन्य सुविधाओं का आनंद ले सकेंगे. वहीं, श्रीलंका और मॉरीशस जाने वाले भारतीय नागरिकों के साथ-साथ हिंदुस्तान की यात्रा करने वाले मॉरीशस के नागरिक इसका इस्तेमाल कर सकेंगे.

UPI 2016 में लॉन्च हुआ था
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी UPI को 2016 में लॉन्च किया गया. इसे नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इण्डिया (NPCI) ने बनाया है. इसने सरल ढंग से सीधे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा दी. इससे पहले डिजिटल वॉलेट का चलन था. वॉलेट में KYC जैसी झंझट है, जबकि UPI में ऐसा कुछ नहीं करना पड़ता.

UPI को NCPI ऑपरेट करता है
भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है. IMPS, RuPay, UPI जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इण्डिया (NPCI) ऑपरेट करती है. गवर्नमेंट ने 1 जनवरी 2020 से UPI लेंन-देंन के लिए एक जीरो-चार्ज फ्रेमवर्क मैंडेटरी किया था

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