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जर्नी और फिल्मी करियर : शाहरुख के घर के बाहर चिल्लाया करते थे अभिशेख खान

फिल्म ‘गुड बाय’ और ‘लुटेरे’ जैसी सीरीज में काम कर चुके अभिनेता अभिशेख खान ने अपनी जर्नी और फिल्मी करियर के बारे में मीडिया से खास वार्ता की. अभिशेख उन चुनिंदा लोगों में से हैं, जो अपनी लाइफ में ‘हार नहीं मानूंगा’ का कॉन्सेप्ट अपनाते हैं. अभिशेख बताते हैं कि एक समय था, जब वो शाहरुख के घर ‘मन्नत’ के बाहर खड़े होकर चिल्लाया करते थे. लेकिन 2016 में आई फिल्म ‘फैन’ देखने के बाद उन्होंने ये करना बंद कर दिया. उन्होंने ठान लिया था कि अब ऐसा कुछ करना है कि शाहरुख के साथ काम कर सकूं.

आभिशेख प्रारम्भ से ही शाहरुख के फैन रहे हैं. उन्होंने बचपन से शाहरुख के साथ काम करने का सपना देखा था. ये सपना उन्होंने 2019 में ‘बार्ड ऑफ ब्लड’ शो में काम करके पूरा किया. ‘बार्ड ऑफ ब्लड’ शाहरुख खान के प्रोडक्शन हाउस द्वारा ही बनाई गई थी. अपनी जर्नी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि ये जर्नी सरल नहीं रही है. वहीं फिल्म ‘गुड बाय’ में काम करने के बाद अमिताभ बच्चन ने अभिशेख के लिए एक इमोशनल लेटर लिखा था. अभिशेख इसे भी अपनी सफलता का हिस्सा मानते हैं.

फिल्म ‘गुड बाय’ करियर का बेस्ट एक्सपीरियंस रहा

फिल्मों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि फिल्म ‘गुड बाय’ उनकी लाइफ के बेस्ट एक्सपीरियंस में से एक रहा है. इस फिल्म में वो अमिताभ बच्चन के बेटे के रोल में नजर आए थे. फिल्म की शूटिंग कोविड के दौरान लॉकडाउन में की गई थी. अमिताभ के साथ उनके बॉन्ड के बारे में बात करते हुए अभिशेख ने कहा- मैं सेट पर सभी के साथ बहुत प्यार से रहता था. मुझे ये नहीं पता था कि अमिताभ जी सब कुछ नोटिस कर रहे हैं. एक दिन उन्होंने मुझे अपने पास बुलाया और बोला कि मुझे नहीं लगता है कि ये तुम्हारी पहली फिल्म है. अभिशेख ने बोला कि शायद उन्हें मेरा काम पसंद आ रहा था.

दरअसल, अमिताभ को अभिशेख की अभिनय और व्यवहार दोनों ही बहुत पसंद आया था. उन्होंने अभिशेख के लिए एक हार्ट फेल्ट नोट भी लिखा था. अमिताभ द्वारा लिखा लेटर पाकर अभिशेख बहुत अधिक खुश हुए थे, क्योंकि वो लेटर उनकी मां ने रिसीव किया था. लेटर का पोस्ट अभिशेख ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर भी पोस्ट किया है.

जब अभिशेख से पूछा गया कि इतने कम समय में वो आपको इतना क्यों मानने लगे. इस पर अभिशेख ने बोला कि शायद उन्हें मेरा काम और व्यवहार पसंद आया. वहीं दूसरी वजह बताते हुए अभिनेता ने बोला कि उनके बेटे अभिषेक बच्चन से मेरा नाम मिलता है. हमारा जन्मदिन भी एक ही महीने में पड़ता है. इस फिल्म में हम बाप-बेटे का भूमिका प्ले कर रहे थे. शायद हमारे बीच बॉन्ड बनने का ये भी एक कारण रहा होगा.

‘गुड बाय’ के लिए जब अभिशेख ने अपने सारे बाल कटवा दिए, तो सेट पर सभी को लगा कि उन्होंने विग लगाया है. उन्होंने फिल्म के लिए अपना वजन भी बढ़ाया था. उनकी मेहनत और लगन देखकर सभी उनसे इम्प्रेस हो गए थे.

किस्मत से मिला ‘लुटेरे’ सीरीज में काम

हाल ही में रिलीज हुई हंसल मेहता की सीरीज ‘लुटेरे’ में अभिशेख खान भी नजर आए हैं. उन्होंने कहा कि इस सीरीज में उनकी कास्टिंग तब हुई, जब सीरीज की पूरी स्टारकास्ट फाइनल की जा चुकी थी. उन्होंने बोला कि मैंने सोच लिया था कि मुझे इस सीरीज में काम करना है. क्योंकि ऐसी सीरीज हमारे यहां बहुत कम ही बनाई जाती हैं. इसके बाद उन्होंने मुकेश छाबड़ा को कॉल किया और बोला कि मुझे इस सीरीज के लिए ऑडिशन देना है.

मुकेश छाबड़ा ने उन्हें इंकार करते हुए बोला की सीरीज की कास्टिंग पूरी हो चुकी है. लेकिन एक दिन अभिशेख के पास इसी सीरीज की कास्टिंग के लिए कॉल आई. अभिशेख इस प्रोजेक्ट में कोई भी रोल करने को तैयार थे.

आखिर में उनकी चाहत पूरी हुई. एक दिन अचानक उन्हें ऑडिशन के लिए कॉल आई. उन्हें इस सीरीज में रोल मिल गया. आरंभ में उनका भूमिका छोटा था, लेकिन शूटिंग के दौरान उनकी अभिनय देखकर उनका भूमिका बढ़ा दिया गया. अभिशेख का बोलना हैं कि इंडस्ट्री में आउटसाइडर्स को और मौका दिया जाना चाहिए. वो कहते हैं कि यदि किसी के पिता प्रोड्यूसर हैं, तो वो अपने बेटे को काम जरूर देंगे. इसमें कोई कुछ नहीं कर सकता है. लेकिन आउटसाइडर्स के टैलेंट को भी पहचानना जरुरी है.

बुरे एक्सपीरियंस के बारे में कहे अभिशेख खान

अभिशेख ने कहा कि फिल्म ‘गुड बाय’ के साथ ही उन्हें एक और फिल्म ऑफर की गई थी. पहले उन्होंने ‘गुड बाय’ छोड़कर दूसरी फिल्म चुनी थी. लेकिन सेट पर हो रहे खराब बर्ताव के चलते फिल्म छोड़ दी थी. अभिशेख का मानना है कि जहां किसी के साथ खराब व्यवहार हो रहा हो या बराबरी से ना रखा जाए तो वो वहां काम नहीं कर सकते हैं.

बचपन से ही अभिनेता बनना चाहते थे अभिशेख खान

12th क्लास से ही अभिशेख ने मां को बिना बताए पृथ्वी सिनेमाघर जॉइन कर लिया था. वो एक क्लास अटेंड करके सिनेमाघर चले जाते थे. आरंभ में वो वहां स्टेज की साफ-सफाई किया करते थे. सिनेमाघर में काम करके उन्होंने स्वयं को खूब पॉलिश किया. अभिशेख ने कहा कि उनकी मां भी अदाकारा बनना चाहती थीं. लेकिन अपनी जिम्मेदारियों के चलते वो अपना सपना पूरा नहीं कर पाई थीं.

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