मनोरंजन

बदला गया डीडी का लोगो: भगवा को कुछ लोगों ने सराहा, कुछ ने की इसकी आलोचना

आज के बच्चों के लिए टेलीविजन शायद केवल एक चैनल है, लेकिन 80 और 90 के दशक के बच्चों के लिए टेलीविजन चमत्कारों का पिटारा है. एक समय था जब कुछ घरों में टीवी हुआ करते थे. कुछ लोगों को अभी भी पड़ोसी के घर जाकर टीवी देखना याद होगा, अब कई चैनल हैं, ये सभी चैनल: फिर भी लोग टेलीविजन समाचारों पर विश्वास करते हैं.

टेलीविजन पर समाचार किसी को प्रभावित नहीं करते, समाचार पढ़ने की उसकी शैली किसी को तनाव नहीं देती, उसके रंग में क्रूरता नहीं दिखती. इसलिए दूरदर्शन आज भी बाकी सभी चैनलों से अलग दिखता है

दूरदर्शन ने रामनवमी के दिन नया लोगो जारी कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा. नयी दुनिया के रंग ने बड़ी हलचल पैदा कर दी है नए लोगो के बारे में ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करें और हमारा मूल्य वही रहेगा.

अब हम एक नए अवतार में आ रहे हैं, डीडी न्यूज की एक नयी शैली का अनुभव पहले से कहीं अधिक करें, सभी समाचार देखें, तेजी से तथ्य प्राप्त करें, संवेदनशील मुद्दों के बारे में सच्चाई बताएं, क्योंकि यह डीडी न्यूज है.

जैसे दुनिया का रंग भगवा है, वैसे ही इस रंग को सियासी रंग दे दिया गया है भगवा का मतलब सिर्फ़ हिंदू होता है, भगवा हमारे राष्ट्रीय ध्वज के तीन रंगों में से एक है. अब डीडी लाल से भगवा रंग में बदल गया है

भगवा बलिदान का प्रतीक है, साहस का प्रतीक है, आत्मविश्वास का प्रतीक है, लेकिन अब इस रंग को धार्मिक रंग देने की प्रयास हो रही है, इसलिए टेलीविजन लोगो ने एक गर्म बहस छेड़ दी है. कुछ लोग इस रंग को सियासी रूप देने की प्रयास कर रहे हैं दूरदर्शन की समाचार शैली को गैर-पक्षपातपूर्ण बोला जाता है, हालाँकि इसकी निंदा भी की जाती रही है.

टेली दर्शन के लोगो डिजाइन में अधिक परिवर्तन नहीं हुए हैं, केवल रंग बदला गया है. डीडी न्यूज, जो पहले लाल रंग में था, अब भगवा रंग में दिखाई देगा. चैनल का लोगो, सोशल मीडिया, वेबसाइट समेत हर स्थान लोगो बदल गया है.

लोगो का कई लोगों ने स्वागत किया है और कई लोगों ने इसकी निंदा की है. डीडी न्यूज़ एक विश्वसनीय समाचार माध्यम है. डीडी न्यूज़ में न्यूज़ वैल्यू बहुत है, लेकिन अन्य चैनलों जितनी तेज़ नहीं, इसलिए डीडी चैनल अन्य चैनलों से प्रतिस्पर्धा में पिछड़ रहा है. अब उसने बोला है कि वह तेजी से खबरें पहुंचाएगा, यदि वह समान मूल्य पर तेजी से खबरें पहुंचाता है तो वह अन्य निजी समाचार चैनलों के लिए एक कड़ा प्रतिस्पर्धी बन सकता है.

लोगो में परिवर्तन से पता चलता है कि चैनल कुछ नया करने की प्रयास कर रहा है. देखना यह होगा कि डीडी की खबरें अन्य निजी चैनलों से कितनी अलग हैं… लोग चाहते हैं कि यह नया लोगो डीडी चैनल को नयी ऊंचाइयों पर ले जाए.

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