मनोज बाजपेयी बॉलीवुड को लेकर खुलकर रखी अपनी राय
Manoj Bajpayee: मनोज बाजपेयी ने अपने किरदारों से लोगों का दिल जीता है। उन्होंने स्टार की एक नई परिभाषा लोगों के सामने रखी। वर्षों से इंडस्ट्री में उन्हें भिन्न-भिन्न प्रोजेक्ट्स पर काम करते हुए देखा जा रहा है। मगर अदाकार ने हाल ही में कहा की भारतीय सिनेमा का हिस्सा बना रहना असल में एकदम भी सरल नहीं है। उन्होंने मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री को लेकर खुलकर अपनी राय रखी। आइए जानते हैं उनका पूरा बयान।
इंडस्ट्री के बारे में मनोज बाजपेयी ने कही ये बात
1998 में रिलीज हुई फिल्म ‘सत्या’ में मनोज बाजपेयी को देखा गया था। वो एएनआई के साथ बात करते हुए कहते हैं कि उन्होंने रिलीज डेट तय हो जाने तक फिल्म के बारे में घरवालों और दोस्तों को नहीं कहा था। वो नहीं चाहते थे की चीजें खराब हों। अदाकार बताते हैं कि पहले चीजें बहुत अलग हुआ करती थीं।
फिल्म साइन करने के बाद भी परिवर्तन होते थे और फिल्में बंद भी हो जाती थीं। वो कहते हैं कि इस इंडस्ट्री में लड़ाई अकेले नहीं लड़ी जा सकती है। लोगों की सहायता ली जाती है और लक बहुत अहम किरदार निभाता है।
अब सेट बदल रहे हैं…
मनोज बाजपेयी कहते हैं कि इंडस्ट्री छोटी होने की वजह से बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। पर समय के साथ चीजों पर परिवर्तन आए हैं। वो कहते हैं अब डिजिटल दौर है, सेट बदल दिए गए हैं और अब सेट पर स्त्रियों की बहुत अच्छी उपस्थिति देखने को मिलती है। पहले केवल हेयरड्रेसर या हीरोइनें हुआ करती थीं।
मनोज बाजपेयी का वर्कफ्रंट
अभिनेता को जल्द ही ‘साइलेंस 2: द नाईट आउल बार शूटआउट में देखा जाएगा। फिल्म ZEE 5 पर स्ट्रीम हो होगी। प्राची देसाई, साहिल वैद और पारुल गुलाटी जैसे सितारे इसमें दिखेंगे।अबान भरूचा देवहंस ने निर्देशन में इसे बनाया गया है।