मसाबा गुप्ता का सफलता का फॉर्मूला जानिए
हाउस ऑफ मसाबा के लिए विख्यात फैशन डिजाइनर, आंत्रप्रन्योर मसाबा गुप्ता जल्द ही जूलरी, स्किन केयर और कंटेट क्रिएशन सेगमेंट में कदम रखेंगी। सीएनबीसी-टीवी18 के फ्यूचर फीमेल फॉरवर्ड के सीजन 2 में मसाबा गुप्ता की मौजूदगी और वार्ता उन स्त्रियों के लिए लाभ वाला रहेगी जो अपना कारोबार प्रारम्भ करना चाहती हैं या फिर कर रही हैं।
एक्ट्रेस नीना गुप्ता की बेटी मसाबा गुप्ता ने इस दौरान कामयाबी से लेकर कारोबार की दुनिया के फॉर्मूले दिए। फैशन डिजाइनर और अभिनेता मसाबा गुप्ता स्वयं को वर्कोहॉलिक कहती हैं और बताती हैं कि ये उनके जीवन का बहुत दिलचस्प फेज़ रहा है। सेलिब्रिटी और आंत्रप्रन्योर मसाबा कहती हैं कि उन्हें यह सुनकर गुस्सा सा आ जाता है कि कोई कहे कि वह कुछ करता नहीं है। मसाबा कहती हैं कि चाहे जो कुछ भी जीवन में हो रहा हो, सर उठाओ और अपने काम पर लग जाओ।
मसाबा अपनी जिन्दगी के उतार चढ़ाव भरे अनुभवों से गुजरते हुए कहती हैं कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि महिला होकर आप क्या कुछ कर जाती हैं, आपको एक खास ढ़ांचे में डाल दिया जाता है। उदाहरण के लिए, मुझे लव चाइल्ड का टैग दे दिया गया, और तब निर्णय लिया कि मैं इसी से अपना ब्यूटी ब्रैंड खड़ा कर दूंगी। मसाबा अपनी पूरी वार्ता में जिन दो बातों पर सबसे अधिक बल देती हुई दिखीं वह हैं- कभी न हार मानकर बैठने की क्षमता और शक्ति, तथा टिक रहने की आवश्यकता और महत्ता। प्रफेशनल और पर्सनल जीवन की चुनौतियों का सामना उन्होंने मजबूत इच्छाशक्ति से किया। वह कहती हैं कि कई तरह के डाउट्स और इनसिक्यॉरिटीज़ उनके जीवन का हिस्सा रहीं, लेकिन मैंने उन्हें अपने यात्रा का हिस्सा मानकर गले लगाना सीख लिया है।
मसाबा कहती हैं कि हर झटके ने मुझे बस मजबूत और पहले से अधिक लचीला बना दिया है। मसाबा कहती है, मैंने कभी लीक के अनुसार जीवन नहीं जीया और सामाजिक पैमानों।। उम्मीदों के अनुसार कभी नहीं जी। वह कहती हैं कि मेरे लिए, ऑथेंटिसिटी (प्रामाणिकता) से कोई समझौता नहीं हो सकता।। यानी स्वयं के प्रति मैं सच्ची हूं चाहे मैं जो भी हूं… फिर चाहो जो भी हो।