JNU में कोहराम! ‘बस्तर’ फिल्म की प्री-स्क्रीनिंग पर, दो बार काटी गई बिजली
नई दिल्ली, . जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू)
में राष्ट्रीय कला मंच द्वारा ‘बस्तर’ फिल्म की प्री रिलीज स्क्रीनिंग की
गई. बुधवार को हुई स्क्रीनिंग के दौरान फिल्म के डायरेक्टर सुदीप्तो सेन भी
मौजूद रहे.
फिल्म में राष्ट्र में नक्सली आतंक से ग्रस्त एक क्षेत्र
की कहानी दिखाई गई है. स्क्रीनिंग आयोजित करवाने वाले विद्यार्थियों का बोलना है
कि इस दौरान कई बार शरारती तत्वों एवं जेएनयू प्रशासन द्वारा बिजली काटने
की प्रयास की गई. लेकिन, फिर भी विद्यार्थियों ने फिल्म की पूरी स्क्रीनिंग देखी.
राष्ट्रीय
कला मंच (आरकेएम) के संयोजक गौरव ने कहा कि जेएनयू के विद्यार्थियों को यह
फिल्म बहुत अच्छी लगी. यह खचाखच भरे हॉल और विद्यार्थियों के उत्साह से जाना जा
सकता है. इस फिल्म को दिखाने का उद्देश्य वामपंथियों के सच को विद्यार्थियों के
मध्य खुलासा करना था. जेएनयू में इसका महत्व और इसलिए बढ़ जाता है क्योंकि
मुट्ठी भर वामपंथियों द्वारा जेएनयू के विद्यार्थियों को भी कई बार दिग्भ्रमित और
प्रताड़ित भी किया जाता है.सुदीप्तो सेन ने विद्यार्थियों को संबोधित
करते हुए कहा कि जेएनयू के मुट्ठीभर वामपंथियों की वजह से जेएनयू के
छात्र बदनाम होते हैं. बाहर के लोगों को यह ज्ञात नहीं हो पाता कि जेएनयू
में हजारों की संख्या में देश को सर्वप्रथम रखने वाले विद्यार्थी पढ़ते हैं.
इस फिल्म के माध्यम से बस्तर के नक्सली आतंक से ग्रस्त क्षेत्र की कहानी
दिखाई गई है कि किस प्रकार वहां के मासूम निवासियों को यह वामपंथी अपने लाभ
के लिए बेरहमी से प्रयोग करते हैं.