Irrfan Khan Death Anniversry : सुतापा नहीं ये थी इरफान खान की पहली मोहब्बत
इरफान खान का पूरा नाम साहबजादे इरफान अली खान था. उनके पिता टायर का बिजनेस करते थे। इरफान खान की शुरुआती जीवन भले ही संघर्षों से भरी रही हो, लेकिन उन्होंने हिंदी सिनेमा में जो कमाल दिखाया है, उसे भूलने में फैन्स को पूरी जीवन लग जाएगी. हालाँकि बहुत कम लोग जानते हैं कि इरफ़ान ने सिनेमा का रास्ता बहुत बाद में चुना, उनका पहला प्यार क्रिकेट था, लेकिन अफ़सोस कि वह प्यार अधूरा रह गया.
इरफान को क्रिकेट का बहुत शौक था। वह क्रिकेट की दुनिया में एक ऑलराउंडर रहे हैं. इतना ही नहीं वह जयपुर टीम के सबसे युवा खिलाड़ी थे। इसके चलते युवावस्था में ही उनका चयन बीसीसीआई के घरेलू टूर्नामेंट सीके नायडू ट्रॉफी के लिए भी हो गया था, लेकिन 600 रुपये की कमी के कारण वह इस टूर्नामेंट में भाग नहीं ले सके. दरअसल, इरफान खान को इस क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए एक शहर से दूसरे शहर जाना था, लेकिन उस समय उनके पास पैसे नहीं थे. इरफान ने वर्ष 2014 में दिए एक साक्षात्कार में इस बात का खुलासा किया था. उन्होंने कहा था कि वह किसी से 600 रुपये नहीं मांग सकते थे. क्योंकि जब नेशनल विद्यालय ऑफ ड्रामा (एनएसडी) के लिए 300 रुपये की आवश्यकता होती थी तो इसे जुटाना उनके लिए कठिन होता था. | आख़िरकार उसकी बहन ने उसके लिए पैसे जुटाए थे. इसी वजह से उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया.
इरफान खान ने हिंदी सिनेमा को कई फिल्में दी हैं. उन्होंने अंग्रेजी मीडियम, हिंदी मीडियम, द लंच बॉक्स, पीकू, बिल्लू बार्बर, करीब करीब सिंगल, मदारी, मकबूल, हैदर, रोग, हासिल, थैंक यू, साहेब बीवी और गैंगस्टर, सलाम बॉम्बे जैसी बेहतरीन फिल्मों में भी काम किया है. इरफान खान पहले कैंसर से पीड़ित थे और जब वह कैंसर से ठीक होकर घर लौटे तो 29 अप्रैल, 2020 को कोलन इंफेक्शन ने उनकी जान ले ली. इरफान खान की मृत्यु से उनके प्रशंसक आज भी दुखी हैं.