भारत और कनाडा के बीच हाल के दिनों में बढ़ी खटास से वहां रहने वाले वे लोग अधिक परेशान हैं जो राजनीति से कोई वास्ता नहीं रखते। एक तरह से कनाडा को मिनी पंजाब ही बोला जाता है और हिंदी फिल्मों में पंजाबी गाने रखने के पीछे सबसे बड़ी वजह कनाडा में रह रहे हिंदुस्तानियों को ही आकर्षित करना होता है। पंजाबी सिनेमा तो जितना हिंदुस्तान में नहीं कमाता, उससे अधिकधनराशि कई बार उसे कनाडा में फिल्मों की रिलीज से हासिल हो जाती है। पंजाबी सिनेमा की सुपरस्टार रहीं वामिका गब्बी इन दिनों हिंदी सिनेमा में खूब काम कर रही हैं। कनाडा के साथ बढ़ते तनाव पर वामिका गब्बी ने ‘अमर उजाला’ से खुलकर बात की।
<!– cl –>दरअसल वामिका गब्बी की वेब सीरीज ‘चार्ली चोपड़ा द मिस्ट्री ऑफ सोलांग वैली’ 26 सितंबर को रिलीज हो रही है। उनसे वार्ता भी इसी सिलसिले में होनी थी, लेकिन पंजाब और कनाडा में उनकी लोकप्रियता को देखते हुए इस मामले पर भी बात हुई। हालांकि, सोनी लिव की पीआर टीम ने ऐसे प्रश्न करने से ‘अमर उजाला’ को साक्षात्कार के दौरान ही रोकने की प्रयास भी की लेकिन, एक सुलझी हुई अदाकारा की तरह वामिका ने न केवल इन प्रश्नों का स्वागत किया बल्कि सोनी लिव की पीआर टीम को भी बीच में दखलअंदाजी करने से रोका।
अभिनेत्री वामिका गब्बी ने हिंदुस्तान और कनाडा के बीच बढ़ते तनाव को लेकर कहा, ‘मैं एक कलाकार हूं, हम जितना भी काम करते हैं कहीं न कहीं बात एक ही बात पर आकर ठहर जाती है, और वह है प्यार। चाहे महिला-पुरुष की कहानी हो, मां-बाप की कहानी हो, सास-बहू की कहानी हो, सब में एक ही बात होती है और वह है प्यार।हिंदुस्तान और कनाडा के बीच जो भी हो रहा है। यह सब बहुत ही सियासी बाते हैं। और, मैं राजनीति में विश्वास ही नहीं करती।’
अभिनेत्री वामिका गब्बी का तो ये भी मानना है कि ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भारतीय अवधारणा के अनुरूप राष्ट्रों की सीमाएं ही नहीं होनी चाहिए। वह कहती हैं, ‘मुझे तो लगता है कि भिन्न-भिन्नराष्ट्र ही नहीं होने चाहिए। पूरी धरती हम सबकी होनी चाहिए। जिसका जहां मन करे, रहे। न किसी तरह की पाबंदियां हों और न ही कोई राजनीति। सभी को मतभेद भुलाकर एक साथ रहना चाहिए। जब राजनीति और पाबंदियां नहीं होगी तो सारे मतभेद अपने आप समाप्त हो जाएगा। पूरी दुनिया में जमीन और सरहदों की जो परेशानी है वह केवल प्रेम से हल हो सकती हैं।’
अभिनेत्री वामिका गब्बी कहती हैं, ‘मुझे तो बहुत बुरा लगता यह सुनकर जब किसी का घर छीन लिया जाता है। जानवरों की तरह बोल दिया जाता कि जाओ यहां से। यह सब बातें तो होनी ही नहीं चाहिए।आदमी को प्यार में विश्वास रखना चाहिए। हर परेशानी का निवारण प्यार ही है।हिंदुस्तान और कनाडा के बीच परेशानी के बारे में मैं कुछ नहीं बता सकती कि ऐसा क्यों हो रहा है। मैं तो केवल इस परेशानी का निवारण बता सकती हूं और वह है प्यार। पूरी दुनिया में जमीन की जो परेशानी है, वह प्रेम से हल हो सकती है।’