पहला पोस्टर लॉन्च होते ही JNU पर क्यों मचा बवाल, जानें वजह
‘जेएनयू’…यह नाम सुनते ही लोगों के दिमाग में यूनिवर्सिटी का ख्याल आता है। लेकिन विनय शर्मा इसी नाम से अपनी फिल्म लेकर आ रहे हैं। इस फिल्म में सिद्धार्थ बोडके, उर्वशी रौतेला, पीयूष मिश्रा और रवि किशन जैसे सितारे नजर आने वाले हैं। लेकिन पोस्टर रिलीज के साथ ही फिल्म को लेकर टकराव प्रारम्भ हो गया है। लोग तरह-तरह के विचार पेश कर रहे हैं। लेकिन प्रश्न ये है कि फिल्म ‘जेएनयू’ पर टकराव क्यों है? तो इसका उत्तर है फिल्म का नाम और पोस्टर, जिस पर ‘जेएनयू’ का फुल फॉर्म जहांगीर नेशनल यूनिवर्सिटी लिखा है।
पोस्टर वायरल हो गया है
उर्वशी रौतेला ने पोस्ट शेयर कर लिखा, “शिक्षा की बंद दीवारों के पीछे राष्ट्र को तोड़ने की षड्यंत्र रची जा रही है। जैसे ही लेफ्ट और राइट टकराएंगे तो वर्चस्व की ये लड़ाई कौन जीतेगा?” वहीं, पोस्टर पर भगवा रंग का नक्शा नजर आ रहा है। जिस पर प्रश्न लिखा है कि क्या कोई यूनिवर्सिटी राष्ट्र को तोड़ सकती है। ऐसे में लोग इस पोस्टर पर तरह-तरह से प्रतिक्रिया देने लगे हैं। कुछ यूजर्स का बोलना है कि ये फिल्म एक प्रोपेगेंडा है।
फिल्म ‘जेएनयू’ पर टकराव क्यों?
हम सब जानते हैं कि ‘जेएनयू’ का विवादों से पुराना नाता है। वहां पढ़ने वाले विद्यार्थी अक्सर अपने अधिकार की लड़ाई के लिए आवाज उठाते नजर आते हैं। ऐसे में जहांगीर नेशनल यूनिवर्सिटी नाम से फिल्म बनाना कुछ यूजर्स को एकदम भी रास नहीं आ रहा है। एक यूजर ने लिखा, ”हिटलर और नाजियों ने भी यही काम किया था। उन्होंने एक दशक तक करीब 90 फिल्मों और रेडियो शो के जरिए नफरत भरा मीडिया प्रोपेगेंडा किया।
यह देखकर अच्छा लगता है कि उनके प्रशंसक एक सदी के बाद भी उसी पैटर्न पर चल रहे हैं।” एक अन्य यूजर ने लिखा, ”मुझे यह मनोरंजक लगता है कि ऐसी फिल्में चुनाव से ठीक पहले आती हैं।‘ ज्यादातर यूजर्स फिल्म के पोस्टर को देख रहे हैं ।वे इसे प्रोपेगेंडा बता रहे हैं। अब देखना होगा कि फिल्म को आगे किस तरह का रिस्पॉन्स मिलता है। फिल्म 5 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।