इंसुलिन क्या है, डायबिटीज के मरीज के लिए क्यों हैं जरूरी
क्या होता है इंसुलिन?
सबसे पहले ये जानते हैं कि इंसुलिन क्या होता है? हेल्थलाइन वेबसाइट के मुताबिक इंसुलिन एक हार्मोन होता है जो शरीर में शुगर (ग्लूकोज) को एनर्जी में बदलने में सहायता करता है। यह शरीर में पैंक्रियाज नामक ग्लैड के सहायता से उत्पादित होता है। इंसुलिन हमारे शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायता करता है। डायबिटीज में, शरीर में पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनता है या बॉडी इंसुलिन का ठीक इस्तेमाल नहीं कर पाता है।
डायबिटीज दो ढंग का होता है…
टाइप 1 डायबिटीज: यह ऑटोइम्यून रोग है, जिसमें शरीर की इम्यूनिटी सिस्टम पैंक्रियाज को नष्ट कर देती है, जिससे शरीर में इंसुलिन बनना बंद हो जाता है।
टाइप 2 डायबिटीज: यह बहुत आम रोग है, ज्यादातर डायबिटीज पेशेंट इसी बीमारी से ग्रसित होते हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल को भी टाइप 2 डायबिटीज ही है। यह आमतौर पर अधिक वजन या मोटापे से जुड़ा हुआ है।
डायबिटीज के रोगियों को इंसुलिन की जरूरत कब होती है?
टाइप 1 डायबिटीज में, शरीर इंसुलिन एकदम नहीं बनाता है। ऐसे में चिकित्सक से सुझाव से रोगी को जीवन भर इंसुलिन लेने की जरूरत हो सकती है।
टाइप 2 डायबिटीज में, शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता है या उसका ठीक इस्तेमाल नहीं कर पाता। कुछ मामलों में, दवाएं ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायता कर सकती हैं। लेकिन, यदि दवाएं काम नहीं करती हैं, तो इंसुलिन की जरूरत हो सकती है।
डायबिटीज के रोगियों के लिए इंसुलिन क्यों महत्वपूर्ण है?
इंसुलिन ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायता करता है। हाई ब्लड शुगर लेवल से हार्ट संबंधी बीमारी, स्ट्रोक, गुर्दे की रोग जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में इंसुलिन इन समस्याओं को रोकने और डायबिटीज के साथ स्वस्थ जीवन जीने में सहायता करता है।