क्या आपको मधुमेह है तो आम खाना चाहिए…
मधुमेह में आम: चिलचिलाती गर्मी के मौसम में मीठे और रसीले आम मन को प्रसन्न कर देते हैं. हर वर्ष गर्मियों में लोग एक बात से खुश होते हैं कि उन्हें आम खाने को मिलेगा. गर्मी प्रारम्भ होते ही लोग आम का प्रतीक्षा करने लगते हैं. डायबिटीज से पीड़ित लोगों के मन में आम खाने को लेकर लगातार प्रश्न रहता है, जो हर किसी को बहुत पसंद होता है.
अगर घर में किसी को डायबिटीज है तो आम खाने या न खाने को लेकर प्रत्येक दिन झगड़े होते रहते हैं. जिस आदमी को डायबिटीज है उसे भी आम खाने की ख़्वाहिश होती है उसके मन में हमेशा यह प्रश्न रहता है कि यदि उसे डायबिटीज है तो क्या उसे आम खाना चाहिए? क्या आम खाने से बढ़ता है ब्लड शुगर? एक दिन में कितने आम खाये जा सकते हैं? यदि आप भी ऐसे प्रश्नों से परेशान हैं तो आज हम आपको सभी प्रश्नों का ठीक उत्तर देंगे.
डायबिटीज में आम खाना चाहिए या नहीं?
स्वास्थ्य जानकार राय देते हैं कि यदि आपको मधुमेह है और आप आम खाते हैं, तो अपने रक्त शर्करा की नज़र करें. यदि ब्लड शुगर हमेशा सामान्य रहे तो आम खाया जा सकता है. इसके अतिरिक्त आम खाने के बाद भी शुगर की जांच करें. ताकि आप समझ सकें कि आम खाने के बाद ब्लड शुगर में कितना परिवर्तन आता है. हाई ब्लड शुगर वाले लोगों को आम का सेवन करने से पहले चिकित्सक से राय लेनी चाहिए.
डायबिटीज में आम खाने का ठीक तरीका
कई लोगों को आम इतना पसंद होता है कि यदि वे घर आते हैं तो दिन में 3, 4 आम खाते हैं. जिन लोगों को मधुमेह नहीं है उनके लिए यह ठीक है. लेकिन जिन लोगों को डायबिटीज है उन्हें आम खाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. सबसे पहली बात तो यह कि खाने के साथ आम का सेवन न करें. मधुमेह मरीजों को दोपहर के भोजन और रात के खाने के बीच में आम खाना चाहिए.
आम के साथ भूलकर भी न खाएं ये चीजें
गुजरात में घर पर ही रस-पूरी बनाई जाती है. लेकिन डायबिटीज के रोगी के लिए यह जूस काफी नुकसानदायक है. जब तक मधुमेह बीमार जूस नहीं पीता तब तक अच्छा है. और यदि आपको जूस पीना ही है तो इसमें चीनी का इस्तेमाल न करें और इसके साथ पूड़ी जैसी तली हुई चीजें न खाएं.