जानें, बथुआ के सेवन से होने वाले फायदे
सर्दियों के मौसम में कई तरह की पत्तेदार सब्जियां मिलती हैं।जो स्वास्थ्य के लिए काफी लाभ वाला हैं। ऐसे में आपको इस मौसम में सरसों, बथुआ, पालक, मेथी आदि साग का जरूर सेवन करना चाहिए। आप इनका सेवन कर कई रोंगों से छुटकारा पा सकते हैं। इसमें उपस्थित पोषक तत्व शरीर के लिए काफी जरूरी हैं।
साग के बिना सर्दियों का मौसम अधूरा माना जाता है। साग के साथ चावल और रोटी को लोग बड़े चाव से खाते हैं। दरअसल इस मौसम में ही सरसो, बथुआ, पालक, मेथी जैसे साग की पैदावार होती है। स्वाद से भरपूर ये साग आपकी स्वास्थ्य का भी भरपूर ख्याल रखते हैं। इस मौसम में गेहूं और सरसों की फसल के साथ उगने वाला बथुआ का साग भी बहुत टेस्टी और पौष्टिक होता है। बथुआ में कई ढंग के विटामिन, मिनरल्स और पोषक तत्व पाए जाते हैं। जानकारों का बोलना है कि सर्दियों के मौसम में यदि बथुआ का सेवन नियमित तौर पर किया जाए। तो यह स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभ वाला होता है।
कब्ज और गैस से मिलेगा छुटकारा
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर की वैज्ञानिक डाक्टर विद्या गुप्ता कहा कि बथुआ में विटामिन बी1, बी3, बी5, विटामिन सी, कैल्शियम, मैंगनीज, आयरन, फास्फोरस, मैंगनीज और विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जिसकी वजह से यह स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक माना जाता है। बथुआ बीमारी प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।बथुआ के साग में एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर है। इसके सेवन से आपको शीघ्र कोई पेट का विकार नहीं होगा। ये साग कब्ज और गैस से छुटकारा भी दिलाता है। साथ ही ये हाज़मा भी दुरुस्त करता है।
ताजा पतियों का ऐसे करें सेवन
डॉ। विद्या गुप्ता कहा कि बथुआ का सेवन रोटी, पूड़ी, रायता या फिर साग बना कर किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त बथुआ की ताजी पत्तियों का रस निकाल कर पीने से गुर्दे की पथरी और पेट के कीड़े बाहर निकलने में सहायता मिलती है।
खून की कमी दूर करता है बथुआ
डॉ। विद्या गुप्ता कहा कि बथुआ की पत्तियों को पानी में उबालकर पीने से त्वचा को धोया जाए तो त्वचा संबंधित रोगों से भी मुक्ति मिलती है। इतना ही नहीं बथुआ में पाए जाने वाले आयरन की वजह से स्त्रियों में खून की कमी को पूरा करता है। बथुआ में पाए जाने वाला विटामिन ए आंखों की रोशनी को बढ़ाने का काम करता है।
पीरियड की परेशानी से निजात
डॉ। विद्या गुप्ता कहा कि बथुआ अपनी गर्म तासीर की वजह से स्त्रियों की माहवारी की परेशानी से भी राहत दिलाने का काम करता है। डाक्टर विद्या गुप्ता बताती है कि यदि स्त्रियों को माहवारी रुक-रुक कर होती है तो ऐसे में बथुआ के साग में काला नमक मिलाकर इसका सेवन किया जाए तो पीरियड की परेशानी में राहत मिलती है।