डायबिटीज समेत कई बीमारियों को मात देता है रामदाना, ऐसे करें इसका सेवन
रामदाना जिसको मोटे अनाज के तौर पर भी जाना जाता है। रामदाना में कई विटामिन और पोषक तत्व पाए जाते हैं। हमारे शरीर के लिए जरूरी एंटीऑक्सीडेंट की करीब 70 फीसदी पूर्ति रामदाना करता है। इसके अतिरिक्त रामदाना में कई औषधीय गुण छुपे हुए होते हैं। रामदाना हड्डियों को मजबूती देने के साथ-साथ बैड कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है। इसमें पाए जाने वाले फाइबर की वजह से यह पाचन तंत्र को भी मजबूत करता है।
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर की गृह विज्ञान की वैज्ञानिक डाक्टर विद्या गुप्ता ने कहा कि रामदाना में उच्च क्वालिटी का फाइबर, प्रोटीन, फॉस्फोरस, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन और कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इतना ही नहीं इसमें प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं। जिसकी वजह से यह कई रोंगों से निजात दिलाता है।
कैंसर को मात देता है रामदाना
रामदाना में कैंसर रोधी गुण पाए जाते हैं। इसके अतिरिक्त यह मधुमेह और दिल की रोंगों से भी राहत देता है। रामदाना में पाए जाने वाले फाइबर की वजह से यह पेट के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। नियमित सेवन करने से पेट की सूजन से छुटकारा मिलता है।
ऑस्टियोपोरोसिस से दिलाएगा राहत
रामदाना में पाई जाने वाले फास्फोरस और कैल्शियम की वजह से यह हड्डियों की रोग ऑस्टियोपोरोसिस से भी राहत देता है। रामदाना से हड्डियों को मजबूती मिलती है। इसके अतिरिक्त यह आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभ वाला होता है।
व्रत में ही नहीं दैनिक आहार में शामिल करें रामदाना
डॉ। विद्या गुप्ता ने कहा कि आमतौर पर रामदाना का सेवन व्रत के दौरान किया जाता है। लेकिन यदि इसको दैनिक आहार में शामिल कर लिया जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभ वाला होगा। प्रतिदिन एक स्वस्थ आदमी 15 से 20 ग्राम रामदाना का सेवन कर सकता है।
ऐसे करें रामदाना का सेवन
रामदाना जिसको सबसे पुराना खाद्यान्न माना जाता है। रामदाना के लड्डू बनाकर, पूड़ी बनाकर, हलवा बनाकर, पकौड़ी बनाकर या फिर इसको भूनकर इसकी चिक्की भी बनाई जा सकती है। इतना ही नहीं रामदाना की हरी पत्तियों का साग बनाकर या फिर पराठा बनाकर भी सेवन किया जा सकता है।