स्वास्थ्य

डिलीवरी के बाद वजन बढ़ना नॉर्मल है या नहीं, जानिए यहाँ…

एक नए जीवन को दुनिया में लाना निस्संदेह एक चमत्कारी यात्रा है, लेकिन यह अक्सर माँ के लिए वजन बढ़ने सहित शारीरिक परिवर्तनों के साथ होता है. यह समझने के लिए कि प्रसव के बाद वजन बढ़ना सामान्य है या नहीं, इस क्षेत्र के जानकारों की अंतर्दृष्टि की जरूरत है. आइए देखें कि इस सामान्य चिंता के बारे में पेशेवरों का क्या बोलना है.

सामान्य शारीरिक प्रक्रिया

डॉ जॉनसन इस बात पर बल देते हैं कि प्रसव के बाद वजन बढ़ना ज्यादातर स्त्रियों के लिए एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है. गर्भावस्था के दौरान, बढ़ते बच्चे को सहारा देने और स्तनपान के लिए तैयार करने के लिए शरीर अतिरिक्त वसा भंडार जमा करता है. प्रसव के बाद इसमें से कुछ वजन का रहना स्वाभाविक है.

हार्मोनल कारक

वह प्रसव के बाद हार्मोनल उतार-चढ़ाव की किरदार पर भी प्रकाश डालती हैं, विशेष रूप से एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन की उपस्थिति, जो जल प्रतिधारण और भूख में वृद्धि में सहयोग कर सकती है, जिससे अस्थायी वजन बढ़ सकता है.

स्वस्थ वजन घटाने का दृष्टिकोण

डॉ चेन प्रसवोत्तर वजन घटाने के संबंध में यथार्थवादी अपेक्षाएं स्थापित करने के महत्व पर बल देते हैं. जबकि कुछ स्त्रियों का वजन तेजी से कम हो सकता है, वहीं अन्य को अधिक समय लग सकता है, और यह एकदम सामान्य है. वह संतुलित पोषण, नियमित शारीरिक गतिविधि और पर्याप्त आराम पर ध्यान केंद्रित करते हुए वजन घटाने के लिए क्रमिक और टिकाऊ दृष्टिकोण की वकालत करते हैं.

माइंडफुल ईटिंग

डॉ चेन के अनुसार, ध्यानपूर्वक भोजन करने से नयी माताओं को अपना वजन बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में सहायता मिल सकती है. भूख के संकेतों पर ध्यान देना और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के बजाय पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का चयन करना समग्र स्वास्थ्य का समर्थन कर सकता है और सुरक्षित ढंग से वजन घटाने की सुविधा प्रदान कर सकता है.

शारीरिक छवि संबंधी चिंताएँ

डॉ एडम्स प्रसवोत्तर वजन बढ़ने के मनोवैज्ञानिक पहलू पर बल देते हुए बताते हैं कि यह एक मां के आत्मसम्मान और शरीर की छवि को कैसे प्रभावित कर सकता है. वह खुले संचार और आत्म-करुणा को प्रोत्साहित करती है, माताओं को याद दिलाती है कि दुनिया में नया जीवन लाने के लिए उनके शरीर एक अविश्वसनीय बदलाव से गुज़रे हैं.

समर्थन नेटवर्क

डॉ एडम्स साझेदारों, परिवार के सदस्यों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं सहित एक मजबूत समर्थन नेटवर्क बनाने के महत्व को रेखांकित करते हैं, जो प्रसवोत्तर अवधि के दौरान प्रोत्साहन और सहायता प्रदान कर सकते हैं. यदि उदासी या चिंता की लगातार भावनाओं का अनुभव हो तो पेशेवर सहायता लेना मानसिक कल्याण के लिए जरूरी है. प्रसव के बाद वजन बढ़ना कई नयी माताओं द्वारा अनुभव की जाने वाली एक सामान्य घटना है. हालांकि बच्चे के जन्म के बाद शरीर में परिवर्तन होना सामान्य बात है, लेकिन स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों से मार्गदर्शन लेना और स्वस्थ जीवनशैली की आदतें अपनाना इस परिवर्तनकारी समय के दौरान समग्र कल्याण में सहायता कर सकता है

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