इस कप में चाय पीने से सेहत पर पड़ सकता है बुरा असर
एक समय था जब पानी स्टील या कांच के गिलास में पिया जाता था लेकिन धीरे-धीरे यह चलन बदला और अब कांच के गिलास की स्थान डिस्पोजेबल कप ने ले ली है। लोग अब डिस्पोज़ेबल कप में भी पानी पीने लगे हैं। ऑफिस में यह चलन काफी बढ़ गया है। कई बड़े रेस्तरां में इसे इन्हीं कपों में परोसा जाता है। चाय भी ऐसे ही कप में पी जाती है।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि डिस्पोजेबल कप का इस्तेमाल करने से आपकी स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। डॉक्टरों का बोलना है कि इस पेपर कप को बनाने में प्लास्टिक और केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। इनके लंबे समय तक इस्तेमाल से कैंसर हो सकता है।
डॉक्टरों के मुताबिक, डिस्पोजेबल कप में बिस्फेनॉल और बीपीए रसायन उपस्थित होते हैं। जब लोग इन कपों में चाय या गर्म पानी पीते हैं तो कप में उपस्थित रसायन उनमें घुलने लगते हैं। जब हम चाय या पानी पीते हैं तो ये रसायन पेट में चले जाते हैं और कैंसर का कारण बनते हैं।
डॉ। अंशुमान बताते हैं कि डिस्पोजेबल कप बनाने में रसायनों के अतिरिक्त माइक्रोप्लास्टिक का भी इस्तेमाल किया जाता है। इससे माइक्रोप्लास्टिक और केमिकल थायराइड जैसी बीमारियां हो सकती हैं। लंबे समय तक इसके इस्तेमाल से कैंसर का भी खतरा रहता है। शराब या धूम्रपान करने वाले लोगों में कैंसर तेजी से विकसित हो सकता है। यह बीमारी शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है। ऐसे में डिस्पोजेबल कप के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
डॉ।अंशुमान कुमार बताते हैं कि चाय या पानी पीने के लिए प्लास्टिक या कागज का इस्तेमाल कम से कम नहीं करना चाहिए। इसकी स्थान स्टेनलेस स्टील के कप का इस्तेमाल करें। कुल्हड़ का भी प्रयोग करना चाहिए। कुल्हड़ में चाय पीने के कई लाभ हैं। इससे चाय पीने का चलन बढ़ना चाहिए। इससे कागज और प्लास्टिक की खपत भी कम होगी।
मिट्टी के कुल्हड़ में कई ऐसी चीजें उपस्थित होती हैं, जो हड्डियों के लिए लाभ वाला होती हैं। क्योंकि इसमें कैल्शियम होता है जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।