स्वास्थ्य
शरीर में जिंक की कमी से त्वचा पर दिखने लगता है ये लक्षण
शरीर के लिए जरूरी खनिजों में से एक, जिंक, हमारे स्वास्थ्य के लिए जरूरी अन्य सामग्रियों के साथ ही एक अहम किरदार निभाता है. यह खनिज विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाओं में सहायक होता है, जैसे कि इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना, त्वचा को स्वस्थ रखना, बालों को मजबूती देना और रक्त को बढ़ावा देना.
हालांकि, कई लोगों में जिंक की कमी हो सकती है, जिससे वे कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर सकते हैं, विशेष रूप से त्वचा सम्बंधित. जिंक की कमी से त्वचा पर विभिन्न लक्षण दिखाई देते हैं, जो इम्यूनिटी को भी प्रभावित कर सकते हैं. इसलिए, जिंक की ठीक मात्रा में लेना अत्यंत जरूरी होता है.
जिंक की कमी से त्वचा पर लक्षण
- चमक न आना: जिंक की कमी से त्वचा में चमक नहीं आती है और यह बहुत कुदरती दिखती है.
- खराब त्वचा क्वालिटी: त्वचा की कमी के कारण त्वचा की क्वालिटी बिगड़ सकती है और रूखापन आ सकता है.
- सूखापन: जिंक की कमी से त्वचा में सूखापन और खुजली का अनुभव हो सकता है.
- पिंपल्स और एक्ने: त्वचा पर पिंपल्स और एक्ने का उपजान हो सकता है.
- सूर्य के प्रभाव: त्वचा के लिए जिंक एक प्राकृतिक सूरक्षा प्रदान करता है. इसकी कमी से त्वचा सूर्य के असर से अधिक प्रभावित हो सकती है.
जिंक की कमी और इम्यूनिटी
- रोग प्रतिरोध में कमी: जिंक की कमी से बीमारी प्रतिरोध में कमी हो सकती है, जिससे आदमी अधिक संक्रमित हो सकता है.
- इन्फेक्शन संभावना: जिंक की कमी वाले आदमी को संक्रमण के विरुद्ध सामान्य रूप से कम प्रतिरोध होता है.
- संक्रमणों की अधिकता: इम्यून सिस्टम की कमजोरी के कारण, आदमी को अधिक संक्रमण हो सकते हैं.
- अनुचित गुणकारी जड़ी बूटियाँ: जिंक की कमी से त्वचा की क्षमता में कमी हो सकती है, जिससे आदमी को अनुचित गुणकारी जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करने की जरूरत हो सकती है.
जिंक की कमी के कारण
- अल्पाहार: जिंक समृद्ध आहार का अभाव जिंक की कमी का प्रमुख कारण हो सकता है.
- पाचन समस्याएं: पाचन संबंधी समस्याओं के कारण भी जिंक की सोख हो सकती है.
- अल्कोहल और धूम्रपान: अधिक अल्कोहल और धूम्रपान करने से जिंक की कमी हो सकती है.
- गर्भावस्था और स्तनपान: गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान स्त्रियों को अधिक जिंक की जरूरत होती है, और इसकी कमी हो सकती है.
जिंक की कमी का समाधान
- पोषण संपन्न आहार: जिंक की कमी को दूर करने के लिए पोषण संपन्न आहार लेना जरूरी है, जिसमें मेवे, दालें, अंडे, दूध आदि शामिल हों.
- जिंक सप्लीमेंट्स: यदि जरूरत हो, तो चिकित्सक की राय पर जिंक सप्लीमेंट्स लेना भी उपयुक्त हो सकता है.
- स्वस्थ जीवनशैली: स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, जैसे कि नियमित व्यायाम करना, पर्याप्त नींद लेना, और स्ट्रेस से दूर रहना भी जिंक की कमी को दूर करने में सहायता कर सकता है.